नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट इंफोटेनमेंट सिटी यमुना प्राधिकरण के अंतर्गत क्षेत्र सेक्टर 21 में बसाई जा रही है. बता दें कि एक हजार एकड़ में बसाई जाएगी इंफोटेनमेंट सिटी. लेकिन इंफोटेनमेंट सिटी बसाने से पहले पॉलिसी मेकर्स को एक बात को जहन में रखना बहुत जरूरी है कि जो गलती नोएडा सेक्टर 16 फिल्म सिटी बसाते समय हुई. बता दें कि सेक्टर 16 में भी फिल्म सिटी बसाई जानी थी जो अब कॉरपोरेट हब और मीडिया हब बनकर रह गया है.
इन बातों का रखें ख्याल
1. फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों को ही जमीन आवंटित की जाए.
2. सख्त लैंड पॉलिसी की जरूरत, ताकि अच्छे भाव मिलने पर इन्वेस्टर्स जमीन बेच ना दें.
3. आर्किटेक्चर दृष्टिकोण से भी ध्यान रखना होगा कि इंफोटेनमेंट सिटी बसाते वक्त आसपास के इलाकों में 20-30 मालों की इमारत न खड़े हों.
4.लैंड देते वक्त ध्यान रखना होगा कि प्राइवेट प्लेयर्स 10-15 साल तक एग्जिट न कर सके.
5.कनेक्टिविटी के हर विकल्प तलाशने होंगे.
6.जेवर एयरपोर्ट में इंटरनेशनल-बिज़नेस सहित डोमेस्टिक फ्लाइट का विकल्प बहुत जरूरी.
7.इंफोटेनमेंट सिटी में शुरुआती तौर पर छूट या सब्सिडी भी देना होगा ताकि मायानगरी के बड़े प्लेयर्स को आकर्षित किया जा सके.
8.इंफोटेनमेंट सिटी के साथ ही आसपास के क्षेत्रों को भी विकल्प करने पर भी विचार करना होगा ताकि क्षेत्र का विकास हो सके.