ETV Bharat / city

'साहेब, हमारे साथ इसने बलात्कार किया है', हसिनाओं के साथ मिलकर थानेदार खेलता था 'वसूली का खेल'

नोएडा में पुलिस के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है जो कार में लिफ्ट लेने के बहाने लोगों को बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल किया करता था.

author img

By

Published : Jun 12, 2019, 9:11 AM IST

Updated : Jun 12, 2019, 1:56 PM IST

पुलिसिया गिरोह का भंडाफोड़

नई दिल्ली/नोएडा: एसएसपी ने पुलिस के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो कार में लिफ्ट लेने के बहाने लोगों को बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाता था. ये गिरोह बलात्कार के आरोप में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल किया करता था.

मामले में सेक्टर-44 पुलिस चौकी के इंचार्ज, तीन सिपाही, पीसीआर चालक और दो महिलाओं सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए लोगों के पास से रिश्वत में ली गई 50 हजार रुपये की नकदी और पीड़ित की कार बरामद हुई है.

एसएसपी प्रेस कॉन्फ्रेंस

जानें क्या था मामला

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिसिया गिरोह की कुछ दिनों से शिकायत आ रही थी. इस गिरोह में शामिल लड़कियां साजिश के तहत अकेले कार में जा रहे युवकों से लिफ्ट लेकर उनकी कार में बैठ जाती थी. थोड़ी दूर जाने के बाद सेक्टर-44 पुलिस चौकी के सामने पहुंचते ही लड़की शोर मचाने लगती और कहती कि मदद के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया गया है.

उसके बाद चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी उस व्यक्ति को गाड़ी सहित चौकी पर ले जाते. चौकी पर निर्धारित भूमिका में एक व्यक्ति अधिवक्ता के तौर पर लड़की की तरफ से आकर बलात्कार का प्रार्थना पत्र देता. इसके बाद पुलिसकर्मी आरोपी को बलात्कार के आरोप में जेल भेजने की धमकी देते. इस बीच कुछ लोग वहां आकर बिचौलिये की भूमिका निभाने लगते और बलात्कार का मुकदमा दर्ज ना करने की एवज में पैसे की मांग करते थे.

3 गाड़ियां बरामद
मामले में गिरफ्तार लोगों में सेक्टर-44 के चौकी प्रभारी उप-निरीक्षक सुनील शर्मा, कांस्टेबल मनोज कुमार, जगजीत सिंह, देवेंद्र कुमार, पीसीआर ड्राइवर विपिन सिंह, दुर्गेश कुमार और राजेश के अलावा सलीम सतीश उर्फ अंकित हरिओम शर्मा, सुरेश कुमार, देशराज, विनीता और पूजा शामिल हैं. इनके कब्जे से पीड़ित से वसूली गई 50 हजार की नकदी और 3 गाड़ियां बरामद की गई हैं.

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में सतीश उर्फ अंकित, सतीश की पत्नी विनीता और पूजा पहले से ही इस तरह के काम में लिप्त रहे हैं. फरीदाबाद में वर्ष 2014 और 2017 में इसी प्रकार से पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने के मामले में जेल भी जा चुके हैं. फिलहाल जांच जारी है और इस मामले से जुड़ी बाकी जानकारी जुटाई जा रही है.

नई दिल्ली/नोएडा: एसएसपी ने पुलिस के एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो कार में लिफ्ट लेने के बहाने लोगों को बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाता था. ये गिरोह बलात्कार के आरोप में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल किया करता था.

मामले में सेक्टर-44 पुलिस चौकी के इंचार्ज, तीन सिपाही, पीसीआर चालक और दो महिलाओं सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए लोगों के पास से रिश्वत में ली गई 50 हजार रुपये की नकदी और पीड़ित की कार बरामद हुई है.

एसएसपी प्रेस कॉन्फ्रेंस

जानें क्या था मामला

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिसिया गिरोह की कुछ दिनों से शिकायत आ रही थी. इस गिरोह में शामिल लड़कियां साजिश के तहत अकेले कार में जा रहे युवकों से लिफ्ट लेकर उनकी कार में बैठ जाती थी. थोड़ी दूर जाने के बाद सेक्टर-44 पुलिस चौकी के सामने पहुंचते ही लड़की शोर मचाने लगती और कहती कि मदद के बहाने उसके साथ दुष्कर्म किया गया है.

उसके बाद चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी उस व्यक्ति को गाड़ी सहित चौकी पर ले जाते. चौकी पर निर्धारित भूमिका में एक व्यक्ति अधिवक्ता के तौर पर लड़की की तरफ से आकर बलात्कार का प्रार्थना पत्र देता. इसके बाद पुलिसकर्मी आरोपी को बलात्कार के आरोप में जेल भेजने की धमकी देते. इस बीच कुछ लोग वहां आकर बिचौलिये की भूमिका निभाने लगते और बलात्कार का मुकदमा दर्ज ना करने की एवज में पैसे की मांग करते थे.

3 गाड़ियां बरामद
मामले में गिरफ्तार लोगों में सेक्टर-44 के चौकी प्रभारी उप-निरीक्षक सुनील शर्मा, कांस्टेबल मनोज कुमार, जगजीत सिंह, देवेंद्र कुमार, पीसीआर ड्राइवर विपिन सिंह, दुर्गेश कुमार और राजेश के अलावा सलीम सतीश उर्फ अंकित हरिओम शर्मा, सुरेश कुमार, देशराज, विनीता और पूजा शामिल हैं. इनके कब्जे से पीड़ित से वसूली गई 50 हजार की नकदी और 3 गाड़ियां बरामद की गई हैं.

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में सतीश उर्फ अंकित, सतीश की पत्नी विनीता और पूजा पहले से ही इस तरह के काम में लिप्त रहे हैं. फरीदाबाद में वर्ष 2014 और 2017 में इसी प्रकार से पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने के मामले में जेल भी जा चुके हैं. फिलहाल जांच जारी है और इस मामले से जुड़ी बाकी जानकारी जुटाई जा रही है.

Intro:नोएडा---

एसएसपी ने कार में लिफ्ट लेकर सवार होने और फिर उस पर बलात्कार का झूठा आरोप लगाकर ब्लैकमेल करने वाले पुलिस के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में सेक्टर 44 पुलिस चौकी के इंचार्ज ,तीन सिपाही पीसीआर चालक और दो महिलाओं सहित 15 लोगो को गिरफ्तार किया गया है, पकड़े गए लोगो के पास से रिश्वत में ली गई 50 हजार रुपये की नगदी और पीड़ित की हौंडा सिटी कार के साथ ही आरोपियों की की गाड़ियां बरमाद हुई है।


Body:नोएडा के सेक्टर 14 स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में मंगलवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि पुलिसिया गिरोह के बाबत कुछ दिनों से शिकायत आ रही थी इस गिरोह में शामिल लड़कियां साजिश के तहत अकेले कार में जा रहे युवकों से कोई परेशानी बता कर लिफ्ट लेकर बैठ जाती थी थोड़ी दूर आगे सेक्टर 44 पुलिस चौकी के सामने पहुंचते ही लड़की शोर मचाने लगती थी और कि मदद के बहाने मेरे साथ दुष्कर्म किया गया है उसके बाद चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी उस व्यक्ति को गाड़ी सहित चौकी पर ले जाते थे चौकी पर निर्धारित भूमिका में एक व्यक्ति अधिवक्ता के तौर पर लड़की की तरफ से आकर बलात्कार का प्रार्थना पत्र देता है था इसके बाद पुलिसकर्मी आरोपी को बलात्कार के आरोप में जेल भेजने की धमकी देते थे इसी बीच कुछ लोग वहां आकर बिचौलियों की भूमिका निभाने लगते थे और बलात्कार के मुकदमे न दर्ज करने के एवज में धन की मांग करने लगते थे चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा चेयरमैन अवाना नाम के एक व्यक्ति को चौकी पर सुलह समझौते के लिए बुलाया जाता था इन परिस्थितियों में खुद को घिरा देखकर पीड़ित व्यक्ति मजबूरी में समझौता करने को राजी हो जाता था और मांगी गई रकम देने को तैयार हो जाता था किन्हीं वजहों से तत्काल पैसों की व्यवस्था ना होने पर उसकी गाड़ी चौकी पर खड़ी कर लेते थे पूरी रकम मिलने के बाद भी गाड़ी देते थे, एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह का शिकार एक पीड़ित की हौंडा सिटी कार भी पुलिसकर्मियों ने जबरन चौकी पर खड़ी करा लिया चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा उससे एक लाख देने की मांग कर रहा था पीड़ित ने इस बात की जानकारी एसएसपी को दी उसके बाद कोतवाली सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक की ओर से थाना सेक्टर 39 में एफ आई आर दर्ज कराई गई इस मामले की जांच सीओ सिटी को सौंपी गई, गिरफ्तार लोगों में सेक्टर 44 के चौकी प्रभारी उप निरीक्षक सुनील शर्मा कांस्टेबल मनोज कुमार और जगजीत सिंह देवेंद्र कुमार पीसीआर ड्राइवर विपिन सिंह , दुर्गेश कुमार और राजेश के अलावा सलीम सतीश उर्फ अंकित हरिओम शर्मा सुरेश कुमार देशराज विनीता और पूजा शामिल हैं इनके कब्जे से पीड़ित से वसूली गई 50 हजार की नगदी और 3 कार बरामद की गई है।


Conclusion:एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में सतीश उर्फ अंकित सतीश की पत्नी विनीता और पूजा पहले से ही इस तरह के काम में लिप्तरहे हैं , फरीदाबाद में वर्ष 2014 और 2017 में इसी प्रकार से पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने के मामले में जेल जा चुके हैं इसके बाबत फरीदाबाद पुलिस से और जानकारी जुटाई जा रही है।
Last Updated : Jun 12, 2019, 1:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.