नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी से सटे नोएडा के वाजिदपुर में हुए ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
ठगी के कारोबार का भेद खुलने के डर से इन तीनों आरोपियों ने अपने अन्य चार साथियों के साथ मिलकर अपने ही 1 साथी की कार से कुचलकर हत्या कर दी.
कार, एक लाख नगद और 8 मोबाइल हुआ बरामद
यह गैंग कई लोगों को एमबीबीएस में एडमिशन और डिग्री देने के नाम पर ठगी का शिकार बना चुके हैं. पुलिस ने आरोपियों पास से हत्या में इस्तेमाल हुआ कार, एक लाख नगद, 8 मोबाइल, 24 मोहरे, 6 फाइलें बरामद की है.
मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के नाम पर करते थे ठगी
आरोपियों का नाम हरिंदर सिंह, निखिल गौरव, और सोहन सिंह है. ये आरोपी अपने चार साथियों के साथ मिलकर दिल्ली और नोएडा में 'क्रिक और कैरियर' कंपनी के नाम से फर्जी कॉल सेंटर खोल रखे थे. और एमबीबीएस की परीक्षा में बैठने वाले विभिन्न छात्रों और छात्राओं को बुलाकर भारत के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिला के नाम पर ठगी करते थे.
अब तक 65 लाख की कर चुके थे ठगी
एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह ने काफी बड़े पैमाने पर लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी का शिकार बनाया है. और यह लगातार अपने ठिकाने बदलते रहते है. इस गैंग ने नोएडा में 65 लाख की ठगी की थी. जिसका बटवारा करने के लिए यह लोग इकट्ठा हो गए थे.
भेद खुलने के डर से की हत्या
जिसमें कंपनी का मैनेजर ऋषि पाल शामिल था. इन लोगों को शक था कि ऋषिपाल उनके भेद को खोल सकता है. इसलिए इन 7 लोगों ने उसकी हत्या का प्लान किया. और वाजिदपुर गांव के पास ले जाकर कार से कुचलकर उसकी हत्या कर दी. इसमें तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वही चार अभी वांटेड है.