नई दिल्ली/मथुरा: अस्थाई जेल में बंद पीएफआई के पांचवें आरोपी रउफ शरीफ को गुरुवार को 1 बजे एसटीएफ की टीम पांच दिन की रिमांड पर मथुरा से लेकर नोएडा रवाना हो गई. हाथरस गैंगरेप मामले के बाद वहां साम्प्रदायिकता फैलाने की साजिश में पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के सदस्य रउफ शरीफ को केरल से गिरफ्तार किया गया था. एसटीएफ की टीम 13 फरवरी को केरल से आरोपी रउफ शरीफ को लेकर 14 फरवरी को मथुरा पहुंची थी. यहां उसे शहर के गोवर्धन रोड स्थित रतन लाल फूल कटोरी हाई सेकेंडरी कॉलेज परिसर में बनाए गए अस्थाई जेल में रखा गया था. बुधवार को एडीजे प्रथम की कोर्ट में आरोपी से पूछताछ के लिए एसटीएफ को 5 दिन की रिमांड अवधि मिल चुकी है. आरोपी पीएफआई छात्र विंग संगठन का महासचिव है.
बुधवार को एडीजे प्रथम कोर्ट में आरोपी हुआ था पेश
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के पांचवें सदस्य रउफ शरीफ को पुलिस के कड़े बंदोबस्त के बीच एडीजे प्रथम अनिल कुमार पांडे की कोर्ट में पेश किया गया था. एसटीएफ अधिकारी ने आरोपी से पूछताछ करने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया था. जिस पर सुनवाई करते हुए एडीजे प्रथम कोर्ट ने आरोपी से पूछताछ के लिए 5 दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेजा है.
क्या था मामला
हाथरस का बहुचर्चित किशोरी हत्याकांड को लेकर सांप्रदायिकता फैलाने के आरोप में पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार सदस्य अतीकुर्रहमान, आलम , सिद्दीकी और मसूद को पिछले साल 5 अक्टूबर जनपद के मांट टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किया था. चारों सदस्यों के पास से जस्टिस फॉर हाथरस पंफलेट लैपटॉप मोबाइल सामग्री बरामद की गई थी जोकि हाथरस में जाकर संप्रदाय हिंसा फैलाना चाहते थे.
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PFI सदस्यों से पूछताछ करने पर मास्टरमाइंड का नाम आया प्रकाश में
जनपद के मांट टोल प्लाजा पर गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार सदस्यों से एसटीएफ की टीम ने जब सघनता से पूछताछ की थी. पूछताछ में पीएफआई के सदस्य अतीक उर रहमान और मसूद को दंगा भड़काने की साजिश के लिए आर्थिक मदद पहुंचाने में रऊफ शरीफ का नाम प्रकाश में आया था, जोकि विदेशों से फंडिंग कराता था.
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