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नोएडा: RTE को लेकर DM ऑफिस का घेराव, कहा- बच्चों का भविष्य खराब हो रहा - नोएडा के प्राइवेट स्कूलों में दाखिला नहीं मिल रहा

नोएडा के सेक्टर 27 जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय का पैरेंट्स ने घेराव किया. आरोप है कि बेसिक शिक्षा विभाग की हीलाहवाली के चलते RTE (राइट टू एजुकेशन) के तहत प्राइवेट स्कूलों में दाखिला नहीं मिल रहा. DM कार्यालय पहुंचे ADM प्रशासन दिवाकर सिंह ने पैरेंट्स से बात की. दिवाकर सिंह ने आश्वासन दिया और कहा अगर प्राइवेट स्कूलों की मनमानी दिखाई दी तो कार्रवाई की जाएगी.

Parents complain against arbitrariness of private schools in Noida
अभिभावकों ने जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय का घेराव किया
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Published : Jan 20, 2021, 2:27 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: एडीएम (प्रशासन) दिवाकर सिंह ने बताया कि अभिभावकों से बातचीत की गई है और उनकी परेशानी को सुना गया है. यह तय किया जाएगा कि किस स्कूल में किस बच्चे का एडमिशन होना है, उसी आधार पर दाखिला कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से किस स्कूल में आरटीई के तहत बच्चे का एडमिशन होना है उसकी लिस्ट तैयार की गई है, लेकिन प्राइवेट स्कूल मनमानी कर रहे हैं. ऐसे में उसको जल्द कंप्लायंस कराया जाएगा.अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है.

अभिभावकों ने जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय का घेराव किया

बच्चे का भविष्य खराब हो रहा


परेशान अभिभावक रामश्री ने बताया कि RTE के तहत विश्व भारती, कैंब्रिज स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल का फॉर्म भरा. 9 जुलाई, 2020 में बच्ची सोनाक्षी का विश्व भारती स्कूल की लिस्ट में नाम आया है. लेकिन साल 2021 आ गया, 7 महीने बीत गए स्कूल टाइम मांगता है. नया सेशन आ गया, बच्ची का भविष्य खराब हो रहा है.


ये भी पढ़ें:-EDMC ने 818 शिक्षकों का कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाने से किया इंकार, बेरोजगार हुए टीचर



युवा क्रांति सेना के बैनर तले अभिभावक गौतमबुद्ध नगर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे. युवा क्रांति सेना के सदस्य अविनाश ने बेसिक शिक्षा विभाग की बनाई हुई समिति पर सवाल उठाए और कहा कि बीएसए ऑफिस ने समिति बनाई. लेकिन जिन प्राइवेट स्कूलों में समिति गई है, वहां आरटीई के तहत बच्चों के एडमिशन ही नहीं हुए हैं. साल 2020-21 के तहत लिस्ट तैयार की गई. लेकिन एडमिशन नहीं हो रहे हैं. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी इस कदर है कि जिले की DM और BSA बौने मालूम पड़ते हैं.

नई दिल्ली/नोएडा: एडीएम (प्रशासन) दिवाकर सिंह ने बताया कि अभिभावकों से बातचीत की गई है और उनकी परेशानी को सुना गया है. यह तय किया जाएगा कि किस स्कूल में किस बच्चे का एडमिशन होना है, उसी आधार पर दाखिला कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से किस स्कूल में आरटीई के तहत बच्चे का एडमिशन होना है उसकी लिस्ट तैयार की गई है, लेकिन प्राइवेट स्कूल मनमानी कर रहे हैं. ऐसे में उसको जल्द कंप्लायंस कराया जाएगा.अभिभावकों ने प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है.

अभिभावकों ने जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय का घेराव किया

बच्चे का भविष्य खराब हो रहा


परेशान अभिभावक रामश्री ने बताया कि RTE के तहत विश्व भारती, कैंब्रिज स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल का फॉर्म भरा. 9 जुलाई, 2020 में बच्ची सोनाक्षी का विश्व भारती स्कूल की लिस्ट में नाम आया है. लेकिन साल 2021 आ गया, 7 महीने बीत गए स्कूल टाइम मांगता है. नया सेशन आ गया, बच्ची का भविष्य खराब हो रहा है.


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युवा क्रांति सेना के बैनर तले अभिभावक गौतमबुद्ध नगर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे. युवा क्रांति सेना के सदस्य अविनाश ने बेसिक शिक्षा विभाग की बनाई हुई समिति पर सवाल उठाए और कहा कि बीएसए ऑफिस ने समिति बनाई. लेकिन जिन प्राइवेट स्कूलों में समिति गई है, वहां आरटीई के तहत बच्चों के एडमिशन ही नहीं हुए हैं. साल 2020-21 के तहत लिस्ट तैयार की गई. लेकिन एडमिशन नहीं हो रहे हैं. प्राइवेट स्कूलों की मनमानी इस कदर है कि जिले की DM और BSA बौने मालूम पड़ते हैं.

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