नई दिल्ली/नोएडा : देश भर में तेजी से बढ़ रही महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है. पेट्रोल-डीजल सहित सीएनजी-पीएनजी और खाने-पीने की चीजें सभी काफी महंगी हो गई हैं. आम आदमी पर महंगाई की मार सिर्फ जरूरी वस्तुओं की कीमत बढ़ने से ही नहीं पड़ी है. बल्कि बीते एक साल में पेट्रोल-डीजल से लेकर रसोई गैस की कीमत में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है.
पिछले साल दिल्ली-एनसीआर में रसोई गैस प्रति सलेंडर 809 रुपये का था. वह बढ़कर अप्रैल 2022 को 949.50 रुपये पहुंच गया है. इसी तरह पेट्रोल-डीजल में भी जोरदार उछाल आया है. चार महानगरों में पेट्रोल की कीमत करीब 12 रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी एक साल में हुई है. वहीं डीजल 10 से 14 रुपये प्रति लीटर के बीच महंगा हो गया है. साथ ही सीएनजी भी महंगी हुई है. इसके कारण फल सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं.
महिलाओं का कहना है कि कोई भी सब्जी इस समय 60 रुपये और 80 रुपये से कम नहीं है, जो हर किसी के लिए खरीद पाना संभव नहीं है. सब्जी जहां पहले एक साथ दो और तीन दिन का लाया करते थे. अब एक दिन की जगह एक टाइम की सब्जी खरीद रहे हैं. महिलाओं ने यह भी कहा कि सरकार ने अगर समय रहते बढ़ती हुई महंगाई पर ध्यान नहीं दिया तो लोग महंगाई के साथ ही भूखों मरने लगेंगे.
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महिलाओं ने कहा कि टमाटर बीते दिन 20 रुपये किलो बिकता था, वह बढ़कर 30 से 35 रुपया पहुंच गया है. नींबू की बात करें तो इस समय नीबूं 300 रुपये किलो बिक रहा है. सरसों का तेल और रिफाइंड के दाम भी बढ़ गए हैं. लोगों को अब घर चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अब वह सैलरी आने से पहले घर का बजट बनाते हैं, ताकि फिजूलखर्ची पूरी तरीके से बंद की जा सके.
वहीं, दुकानदार का कहना है कि ग्राहक जहां पहले सामान किलो में खरीदा करते थे, वहीं लोग अब पाव में खरीदने लगे हैं. पहले मसाले का पैकेट लोग बड़ा खरीदते थे, अब लोग छोटा और सस्ता देखकर खरीद रहे हैं. इसके चलते दुकान पर भी काफी प्रभाव पड़ा है.