नई दिल्ली/नोएडाः 25 लाख रुपए और क्रेटा कार लेकर मेहराज नाम के एटीएम हैकर (swat team bribery case) को छोड़ने के मामले में (Releasing accused by taking Creta) नया मोड़ आता नजर आ रहा है. पुलिस सूत्रों की मानें तो इस मामले में गाजियाबाद पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी कर मामले की जांच कर रही है. जिसमें बताया जा रहा है कि आरोपियों के बयान के आधार पर सीआरपीसी की धारा 212 के तहत स्वाट टीम प्रभारी के नाम का खुल कर सामने आया है.
गाजियाबाद पुलिस विवेचना में मुल्जिमों के साथ सांठगांठ होने के मामले में विवेचना में नाम का खुलासा किया है. वहीं बताया जा रहा है कि किसी भी समय स्वाट टीम प्रभारी की गिरफ्तारी भी हो सकती है या यूं कहें कि गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. मामला जब सोशल मीडिया और अन्य तरीके से तूल पकड़ा तो उच्चाधिकारियों द्वारा मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच के दौरान स्वाट टीम प्रभारी सावेज खान और दो अन्य हेड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया.
वहीं स्वाट टीम के अन्य सदस्यों को लाइन हाजिर करते हुए टीम को भंग कर दिया गया. इस मामले में नोएडा कमिश्नरी में डीसीपी क्राइम द्वारा जांच की जा रही है. वहीं गाजियाबाद पुलिस भी मामले की जांच कर रही है.
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क्या था मामलाः गाजियाबाद पुलिस ने पिछले दिनों ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया था, जो एनसीआर क्षेत्र में एटीएम काट कर या हैक करके पैसे चोरी और लूट को अंजाम देते थे. अब तक 100 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके इस गैंग के सदस्य काे गाजियाबाद के इंदिरापुरम में पकड़ा गया. वहीं कुछ अभी फरार हैं. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि नोएडा कमिश्नरी में स्वाट टीम द्वारा इस गैंग के एक सदस्य को छोड़ने के नाम पर 25 लाख रुपए और एक क्रेटा (Noida Police is looking for Creta) गाड़ी ली गई थी.