नई दिल्ली/नोएडा: यूपी रोडवेज को हाईटेक बनाने की कवायद शुरू हो गई. इसमें ऑनलाइन सिस्टम के तहत चालक-परिचालक पर नजर रखी जाएगी. साथ ही मैनुअल काम पूरी तरीके से बंद कर दिया जाएगा. अब सॉफ्टवेयर के तहत चालक-परिचालक ड्यूटी लगेगी. नई व्यवस्था शुरू होने से रोडवेज का टाइम सुधरेगा और जनता को भी लाभ मिलेगा. साथ ही ड्राइवर के लाइसेंस, बस की फिटनेस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट पर भी नजर रखी जाएगी.
ऑनलाइन होगी ड्यूटी
नोएडा डिपो के एआरएम अनुराग ने बताया कि मुख्यालय ने एक ऑनलाइन सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसमें डिपो की सभी गाड़ियों की डिटेल होगी. इसमें गाड़ी की फिटनेस वैधता, चालक और परिचालक की डिटेल होगी. साथ ही उस गाड़ी के रेस्ट रिलीवर चालकों-परिचालक की डिटेल होगी. इसमें उनके लाइसेंस की डिटेल भी होगी. ऐसे में ड्यूटी स्लिप ऑनलाइन जनरेट होगी, जिनके लाइसेंस एक्सपायर होंगे उनकी ऑनलाइन ड्यूटी जनरेट नहीं होगी.
जनता को मिलेगा लाभ
एआरएम ने बताया कि ऑनलाइन सुविधा सुचारू रूप से शुरू हो जाने के बाद बसों की टाइमिंग में सुधार आएगा. उन्होंने बताया कि मैनुअली एंट्री के वक्त कहीं ना कहीं बसों का टाइम ऊपर-नीचे होता था, लेकिन ऑनलाइन होने के बाद बसों की टाइमिंग में सुधार होगा. बता दें कि ऑनलाइन सुविधा होने के बाद ड्राइवर का लाइसेंस की वैधता खत्म होने के बाद ऑनलाइन स्लिप नहीं निकलेगी. ऐसे में सुरक्षित सफर भी जनता को मिलेगा.
नोएडा डिपो में 224 सीएनजी बसें
नोएडा डिपो में 224 सीएनजी बसें हैं. ऑनलाइन सिस्टम की सुविधा पूरे प्रदेश में शुरू की गई है. नोएडा में 2 से 3 दिनों बाद ऑनलाइन सिस्टम पूरी तरीके से लागू कर दिया जाएगा और एसएमएस के जरिए चालक परिचालक की ड्यूटी लगाई जाएगी.