नई दिल्ली/नोएडा: एक महीने पहले अगस्त में सेक्टर-39 क्षेत्र में नोएडा एमिटी यूनिवर्सिटी के पास एक फार्च्यूनर कार द्वारा एंबुलेंस को टक्कर मारी गई थी, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों पिता अरुण जैन, बेटा अरिहंत और बेटी यशिका को गंभीर चोटें आई थीं.
हादसे के बाद बेटा अरिहंत ने सेक्टर-39 पुलिस को इसकी जानकारी दी. साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शिकायत दर्ज कराई. जिस पर पुलिस ने जांच शुरू की थी, लेकिन मामले में एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है.
सूचना के अनुसार बुलंदशहर के सिकंदराबाद में रहने वाले 56 वर्षीय अरुण जैन डाइलिसिस करवाने के लिए अपने बेटा अरिहंत और बेटी यशिका के साथ एंबुलेंस में दिल्ली के जसोला विहार स्थित महावीर फाउंडेशन जा रहे थे. सुबह करीब 7 बजे कोतवाली सेक्टर-39 क्षेत्र में एमिटी यूनिवर्सिटी के पास एक तेज रफ्तार फार्च्यूनर कार चालक ने उनकी एम्बुलेंस को पीछे से टक्कर मार दी.
हादसे में पिता अरुण जैन और उनकी बेटी यशिका जैन को गंभीर चोटें आईं, वहीं बेटा अरिहंत हादसे में बच गया. जिसके बाद उसने मौके पर कैब बुला कर अपने पिता और बहन को कैलाश अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक अरुण जैन की हालत गंभीर बनी हुई है, वो फिलहाल आईसीयू में भर्ती हैं और उन्हें अभी तक होश नहीं आया है.
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थाना सेक्टर 39 क्षेत्र के ओखला बैराज चौकी इंचार्ज राजेंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच जारी हैं और बहुत जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा. पुलिस बहुत हद तक फॉर्च्यूनर कार और उसके चालक तक पहुंच चुकी है, पूरी घटना का सच्चाई के साथ पर्दाफाश किया जाएगा.