नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा पुलिस अपराधियों की धर-पकड़ में लगी हुई है. इसी कड़ी में पुलिस ने कुछ घंटों में ही क्षेत्र में हुई चोरी और ठगी के दो अलग-अलग मामलों का पर्दाफाश कर आरोपियों की गिरफ्तारी की है.
दरअसल पहले मामले में थाना इकोटेक-1 पुलिस द्वारा होलीटेक इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड में हुई चोरी का खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से चोरी हुये मोबाइल डिस्पले और घटना में प्रयुक्त एक कार बरामद की है.
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा विशाल पांडेय ने बताया कि रनधीर नायक पुत्र भगवान दास नायक एडमिन ऑफिसर होलिटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 3 मई 22 को थाना इकोटेक-1 पर सूचना अंकित करायी कि 1 मई को अज्ञात चोरों ने कम्पनी में रखे मोबाइल डिस्प्ले के 64 पीस चोरी कर लिये है. सूचना पर मुकदमा पंजीकृत कार्रवाई की गई, जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
महिला से दोस्ती, फिर करता था ठगी...
वहीं एक और अन्य मामले में नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा एक ऐसे विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है, जो एक आईटी इंजीनियर महिला को इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर फर्जी महंगे गिफ्ट और डोनेशन भेजकर कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का काम करता था. गिरफ्तार किया गया आरोपी अफ्रीकी मूल का नागरिक है, जिसे साइबर क्राइम थाना पुलिस द्वारा दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इसके पास से मोबाइल, डोंगल सहित अन्य सामान बरामद किया है.
नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने में एक एचसीएल में काम करने वाली इंजीनियर महिला द्वारा 21 जून 2021 को मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसमें पीड़िता द्वारा बताया गया कि इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर एनजीओ के लिए फर्जी महंगे गिफ्ट व डोनेशन भेजकर कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर लाखों रुपये की ठगी मेरे साथ की गई है. पीड़िता द्वारा तहरीर में यह भी बताया गया कि मनी लॉन्ड्रिंग, कस्टम व आतंकवादी गतिविधियों में फंसाने की धमकी देकर 28 लाख 13900 रुपये की धोखाधड़ी करने का काम साइबर के माध्यम से किया गया है.
पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. पकड़ा गया आरोपी मूल रूप से अफ्रीका का रहने वाला है, जिसकी उम्र करीब 26 वर्ष है और वह 12वीं तक पढ़ा हुआ है. पकड़ा गए आरोपी का नाम Nddafirmi है. जो दिल्ली के महावीर एनक्लेव में रह रहा था. इसके पास से पुलिस ने 5 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक टेबलेट, 2 इंटरनेट डोंगल, एक वाईफाई राउटर और दो पासपोर्ट की छाया प्रति बरामद किया है.
साइबरक्राइम थाना की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि आरोपी से पूछताछ पर उसके द्वारा बताया गया कि 2019 में टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था, जहां पर मानव बाल अफ्रीकी फ़ूड व रेडीमेड गारमेंट का दिल्ली में व्यापार करने लगा, किंतु कोविड-19 में लॉकडाउन के दौरान व्यापार बंद हो गया, जिसके बाद उसके पास इनकम का कोई सोर्स नहीं था. उसी समय एम वनिफो नामक अफ्रीकी व्यक्ति से संपर्क में आया, जिसके दोस्ती होने के बाद ऑनलाइन सोशल मीडिया के माध्यम से महिलाओं से दोस्ती कर उनको ठगी का शिकार बनाने लगा. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया आरोपी का साइबर अपराधियों का एक संगठित गैंग है, जो भारतीय महिलाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर उनसे फ्रेंडशिप करते हैं और व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त कर उनको महंगे गिफ्ट भेजने को बोलकर सह अभियुक्तों के साथ फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर कस्टम ड्यूटी व मनी लॉन्ड्रिंग का प्रकरण बनाकर महिलाओं से लाखों रुपये की ठगी करते हैं. इस प्रकार अब तक 15 महिलाओं के साथ दोस्ती कर लगभग एक करोड़ 60 लाख रुपये की ठगी इनके द्वारा की जा चुकी है.
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