नई दिल्ली/नोएडा : कोरोना वायरस के चलते कांवड़ यात्रा पर इस साल रोक लगा दी गई है. वर्षों से कांवड़ ले कर जाने और आने का काम करने वाले कांविड़ए इस रोक से काफी आहत हैं. आज सावन का पहला सोमवार है. कांवड़ियों का कहना है कि प्रशासन ने यात्रा पर रोक हमारे जीवन को सुरक्षित रखने के लिए लगाई है, जिसका हम सम्मान करते हैं, लेकिन हमें थोड़ी छूट मिल जाए तो हम कांवड़ लेकर जाएंगे और गंगाजल लेकर आएंगे.
कुछ कांवड़ियों ने यह भी कहा कि भगवान की कृपा से इस साल कोरोना खत्म हो जाएगा और अगले साल हम धूमधाम से कांवड़ यात्रा निकालेंगे. ईटीवी भारत से बात करते हुए कांवड़ियों ने कहा कि कांवड़ यात्रा पर रोक लगने से सावन के महीने में थोड़ा सा उत्साह कम हुआ है. इस बार कोई तैयारी भी नहीं की गई है. साथ ही जहां हर बार टी-शर्ट, पैंट, ढोल नगाड़े और गाड़ियों की व्यवस्था की जाती है, वहीं इस बार सब कुछ सूना-सूना सा लग रहा है. कांवड़ियों का कहना था कि कोरोना वायरस के चलते प्रशासन द्वारा लगाई गई रोक का पालन करना हमारा कर्तव्य है.
बाजारों से भी रौनक गायब
दरअसल, सावन का महीना शुरू होते ही बाजारों में कांवड़ियों के कपड़े बिकना शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार की स्थिति यह है कि सड़कों पर दुकानें ही नहीं लगी. बहुत से छोटा कारोबार करने वाले लोग हर साल कांवड़ यात्रा करने वालों के लिए कपड़े बेचते हैं. हर वर्ष कावड़ यात्रा को लेकर प्रशासन की ओर से भी जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहती है, लेकिन इस बार कहीं पर भी कांवड़ यात्रा से संबंधित गतिविधि देकने को नहीं मिल रही.