नई दिल्ली/नोएडा: करीब 600 करोड़ की लागत से सेक्टर 30 में बना जिला अस्पताल इतना बदहाल है कि एक लैंडलाइन का कनेक्शन तक नहीं है. मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा और ना ही अस्पताल में किसी तरह की सुविधाएं बढ़ाई गईं हैं.
बिल न देने पर कटा कनेक्शन
जिला अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में लगा लैंडलाइन का कनेक्शन करीब एक महीने पहले इसलिए काट दिया गया क्योंकि बिल का भुगतान नहीं किया गया था. बीएसएनएल ने भुगतान न होने के चलते कनेक्शन काट दिया. अस्पताल के मेंटनेंस विभाग ने इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी दी लेकिन अब तक लैंडलाइन दोबारा से बहाल नहीं किया जा सका है.
अस्पताल के कुछ कर्मचारियों का कहना है कि लैंडलाइन फोन इसलिए अस्पताल में होना जरूरी है क्योंकि इससे किसी भी मरीज को तत्काल सुविधा देने या शासन प्रशासन से बात करने में आसानी होती है. हैरानी की बात ये है कि कोई भी ये बताने को तैयार नहीं है कि बिल कब तक जमा किया जाएगा और इस फोन की घंटी कब बजेगी ?
मायावती के समय में हुआ था उद्घाटन
बता दें कि करीब 600 करोड़ की लागत से बना ये अस्पताल पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जाता है. लेकिन जैसे-जैसे सरकारें बदलती रहीं अस्पताल की हालत खस्ता होती गई. अब हालत ऐसी हो गई है कि बिल का भुगतान न होने पर लैंडलाइन का कनेक्शन भी काट दिया गया.