नई दिल्ली/नोएडा : उत्तर प्रदेश के शो-विंडो नोएडा में कोरोना के संदिग्ध मरीजों को एकांतवास के लिए जिला प्रशासन ने पांच सितारा होटल का ऑप्सन दिया है. खास बात है कि इसके लिए मरीज को मात्र 2500 रुपये ही प्रतिदिन खर्च करना होगा. इसी रकम में रहने खाने-पीने का इंतजाम होगा. ऐसे लोगों को अस्पतालों में दूसरे संदिग्ध मरीजों के साथ नहीं रहना पड़ेगा.
प्रशासन का पेड क्वारंटाइन का ऑफर क्वारंटाइन किए गए लोगों को सरकारी अस्पतालों या दूसरे भवनों में बनाए गए सेंटरों में रखा जाता है पर पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज होटलों में एकांतवास की मांग कर रहे है. इसके लिए वे भुगतान करने को तैयार हैं.
इस पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा के बाद ऐसे मरीजों को पांच सितारा होटलों में क्वारंटाइन करने की इजाजत दे दी गई है. जो इस सुविधा के लिए भुगतान करने को राजी हैं. हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें लगाई गई हैं.
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि पेड क्वारंटाइन मरीजों को उन्हीं होटलों में रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जिसे प्रशासन ने बीते दिनों कोरोना संकट के मद्देनजर अधिग्रहित किया है. इसके लिए मरीज को प्रतिदिन 25 सौ रुपये का भुगतान करना होगा. मरीज को दोनों समय का भोजन इसी भुगतान में शामिल रहेगा.
'व्यवस्था की जिम्मेदारी होटल प्रबंधन की'
जिलाधिकारी ने बताया कि होटल में व्यवस्था बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी होटल प्रबंधन की होगी, लेकिन वहां पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम तैनात रहेगी. होटल में सिर्फ उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगा, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिकृत किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कोरोना पीड़ितों के उपचार के लिए आ रहे डॉक्टरों और उनकी टीमों के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुल 08 होटलों का अधिग्रहण किया गया है. होटलों के भवन, कर्मचारी और अन्य संसाधनों पर जिला प्रशासन का कब्जा रहेगा और प्रशासन के निर्देश पर ही होटल के प्रबंधक काम करेंगे.
जिलाधिकारी ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-18 स्थित होटल रेडिसन ब्ल्यू, सेक्टर-63 के होटल जिंजर, सेक्टर-18 के होटल मोजैक और सेक्टर-37 स्थित होटल गोल्फ व्यू के अलावा ग्रेटर नोएडा के होटल रेडिसन ब्ल्यू, जिमखाना होटल और सावोय स्विट्स समेत 8 होटलों का अधिग्रहण किया गया.