नई दिल्ली/नोएडा: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-4 की गाइडलाइंस जारी कर दी है. नई गाइलडाइन में मेट्रो सेवा बहाल करते हुए 1 सितंबर से मेट्रो सेवा शुरू होगी. वहीं यात्री 7 सितंबर से मेट्रो में सवारी कर सकते हैं. इसी कड़ी में नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का संचालन 7 सितंबर से शुरू होगा. वहीं एक्वा लाइन से शुरू होने वाली मेट्रो में सफर करने के लिए लोगों को कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा.
तकरीबन 5 महीने से बंद मेट्रो को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दिखाते हुए अनलॉक-4 में चलने की अनुमति दी है. केंद्र सरकार से मिली अनुमति के बाद नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से भी आधिकारिक घोषणा की. मंत्रालय की गाइडलाइंस के आधार पर मेट्रो का संचालन किया जाएगा. मेट्रो संचालन के लिए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेश (एनएमआरसी) ने सख्त गाइडलाइंस जारी की, जिसका अनुपालन करना होगा.
सख्ती से होगा कोविड-19 नॉर्म्स का पालन
एनएमआरसी के एमडी रितु माहेश्वरी ने जारी किए गए प्रेस नोट में बताया कि मेट्रो संचालन के लिए काफी पहले से तैयारी की जा चुकी है. मंत्रालय की ओर से जारी होने वाले शर्तों का अध्ययन किया जाएगा. उसके बाद मेट्रो संचालन को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. हालांकि, कोरोना संक्रमण को लेकर पहले ही एहतियात कदम उठाए जा रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने पर जोर दिया जाएगा. टिकट काउंटर, प्लेटफॉर्म साहिब मेट्रो में कोविड-19 के सभी नियमों का पालन हो, इसको सुनिश्चित किया जाएगा. बता दें कि अनलॉक-2 के खत्म होने के दौरान एनएमआरसी ने मेट्रो संचालन की तैयारी जोर-शोर से कर रखी थी.
यात्रा करने से पहले इन बातों को जाने
- ऐप और थर्मल स्कैनिंग होगी जरूरी
मेट्रो में सफर करने यात्रियों को मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा. प्रत्येक स्टेशन पर थर्मल स्कैनिंग का इंतजाम होगा. सफर करने के दौरान अगर किसी को सर्दी, जुकाम, बुखार या कोई अन्य लक्षण नहीं होने चाहिए. ऐसा होने पर यात्रा से रोक दिया जाएगा. प्रत्येक यात्री को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. इसका उल्लंघन करने पर जुर्माना तक देना पड़ सकता है.
- 50 फीसदी यात्रियों को मिलेगी बैठने की सुविधा
मेट्रो में बैठने की व्यवस्था के हिसाब से 50 फीसद यात्री ही सफर कर सकेंगे. प्रत्येक कोच में यात्रियों को एक-एक सीट छोड़कर बैठना होगा. हर स्टेशन पर मार्किंग की गई है. हर स्टेशन पर सवारियों की जांच के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग टीम लगाई गई है.
- कोविड मरीजों को भेजने की होगी व्यवस्था
हर स्टेशन पर कोविड पाए जाने वाले मरीजों को बैठाने की अलग व्यवस्था की गई है. यहां से उनका संपर्क कोविड अस्पतालों से होगा. उनसे संपर्क करके उसे एंबुलेंस से वहां भेजा जाएगा.