नई दिल्ली/नोएडा: 23 अक्टूबर को नोएडा के थाना के थाना फेस 3 पर एक ऐसा मुकदमा लिखा गया है, जिसमें जबरन सरकारी गाड़ी में उठाकर कुछ लोगों को ले जाने की बात कही गई थी और जबरन चेक पर साइन कराए गए थे. इस मामले में अब जांच के दौरान नया मोड़ आया है और उठाकर ले जाने वाली पुलिस की गाड़ी घटना स्थल के पास सीसीटीवी कैमरे में देखी गई है.
बीते 23 अक्टूबर को नोएडा के सेक्टर 68 स्थित गढ़ी गांव निवासी लीलू द्वारा थाना फेस 3 पर मुकदमा दर्ज कराया गया था कि राजेंद्र यादव और अमित जो बहलोलपुर निवासी है, अपने साथ चार पुलिसकर्मियों को लेकर आए. उन्होंने सरकारी गाड़ी में जबरन मेरे भाई सलेख चंद्र तथा भतीजे जितेंद्र को जबरन बैठाया और इंदिरापुरम थाने लेकर गए, जहां मुझे बैठाकर जबरन मेरे खाते के दो चेक पर पांच/पांच लाख रुपये के हस्ताक्षर करवाकर ले लिए गए थे.
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लीलू द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें धारा 342 और धारा 384 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई थी, इसी बीच पुलिस को अब घटना स्थल पर इंदिरापुरम थाने के इस्पेक्टर की गाड़ी सीसीटीवी कैमरे में देखने को मिली. गाड़ी उसी तारीख और समय पर देखी गई जिस वक्त की घटना पीड़ित लीलू द्वारा बताई जा रही है.
सीसीटीवी कैमरे में इंस्पेक्टर इंदिरापुरम की सरकारी गाड़ी घटनास्थल पर देखे जाने के संबंध में पुलिस विभाग नोएडा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. सबूतों और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. घटना में जो भी पुलिसकर्मी या अन्य व्यक्ति शामिल पाए जाएंगे. उनके खिलाफ उचित वैधानिक कार्रवाई जरूर की जाएगी. घटना और जांच के संबंध के साथ ही सबूतों के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है.