नई दिल्ली/नोएडा: बेहतर करियर बनाने कि चाहत में अक्सर लोग के अपने शौक और प्रतिभा भूल जाते है, और तेज रफ्तार जिंदगी में आगे बढ़ते जाते है. लेकिन जब इस भूल का एहसास होता है. तब तक काफी देर हो चुकी होती है. नवरत्न फाउंडेशन ऐसी छुपी प्रतिभाओं को आवाज देने के लिए कार्यक्रम 'जो आए वो गाए‘ का लगातार आयोजन कर रहा है और लोगो को मंच प्रदान कर रहा है. जिससे लोग अपने शौक और चाहत को पूरा कर सके.
नोएडा के सेक्टर-6 स्थित एनईए सभागार में 'जो आए वो गाए‘ के 22वें कार्यक्रम का आयोजन किया गया. ये कार्यक्रम सुर सम्राट लोकप्रिय गायक श्रद्धेय मन्ना डे की 100वीं जयंती पर उनकी स्मृति में आयोजित किया गया. कार्यक्रम उनके यादगार नगमों पर आधारित था.
44 गायकों ने मंचीय प्रस्तुति दी
प्रतिभा विकास कार्यक्रम श्रंखला की इस 22वीं कड़ी में 44 गायकों ने मंचीय प्रस्तुति दी. इस बार की श्रंखला में भारत सरकार में सेवारत 2 वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपने शानदार गायन से लोहा मनवाया. कार्यक्रम का संचालन अदित भटनागर और शिवानी पांडेय ने किया. कार्यक्रम की शुरुआत 'नवरत्न दिव्यांगों की सेवा में' श्रंखला के तहत दिव्यांगों को ट्राई साइकिल वितरण के साथ की गई.
मन्ना डे को श्रध्दांजली दी
22वें कार्यक्रम में 44 कलाकारों ने नवोदित और अनदेखी प्रतिभाओं की सुरमयी आवाजों ने मन्ना डे को श्रद्धांजलि दी. प्रतिभाओं की शानदार आवाज में प्रस्तुतियों से कार्यक्रम स्थल पर मौजूद श्रोता झूम उठे और हर प्रस्तुति का स्वागत जोरदार करतल ध्वनि के साथ कर प्रतिभाओं का उत्साहवर्धन किया.
छुपी प्रतिभाओं को तराशने का पटल
नवरत्न फाउंडेशन अध्यक्ष श्रीवास्तव ने बताया कि संगीत के प्रति लगाव रखने वाले तमाम ऐसे लोग है. जिनमें प्रतिभा तो है और गाना गाने की ललक भी है, लेकिन मंच के अभाव में पटल तक नहीं पहुंच पाते. ऐसी प्रतिभाओं को तलाश कर और तराश कर नवरत्न एक खूबसूरत मंच देता है. ताकि उनके अंदर की झिझक निकल कर उनकी प्रतिभा भी निखरे और पटल पर पहचान भी बन सके. इस अनदेखी प्रतिभा विकास कार्यक्रम को 'जो आये वो गाये' की श्रृंखला के रूप में क्रियान्वित किया जाता है.