नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू हो चुकी है. 82 चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को कैमरे से मॉनिटर किया जा रहा है. फिलहाल 76 जगह के कैमरों को एक्टिव कर दिया गया है. पिछले 15 दिनों में करीब 40 हजार वाहनों के चालान कट चुके हैं. ट्रैफिक व्यवस्था को व्यवस्थित करने और इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली से निगरानी को मजबूत करने के उद्देश्य से चौराहों पर कैमरा लगाया गया है. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से भी लोगों को निजात मिलेगा.
करीब 88.4 करोड़ रुपये का बजट से 84 चौराहों पर 1,065 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसका कमांड और कंट्रोल रूम सेक्टर 94 में बनाया गया है. जहां 24 घंटे पुलिसकर्मियों की टीम निगरानी रखती है. बता दें कि ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर हर रोज करीब 10 लाख वाहन गुजरते हैं. ऐसे में आईटीएमएस के जरिए पहले ही जाम की स्थिति, किसी एक्सीडेंट की स्थिति या किसी तरह से ट्रैफ़िक बाधित हुए की जानकारी मिल पाएगी, ताकि रूट डायवर्ट करकर भी लोगों को निकाला जा सके.
इस परियोजना के तहत 40 व्यस्त क्रॉसिंगों पर ट्रैफिक लाइट नियंत्रण प्रणाली स्थापित की गई है. 18 स्थानों पर स्पीड डिटेक्शन सिस्टम और शहर में 22 बिंदुओं पर ट्रैफिक एडवाइजरी और अलर्ट प्रसारित करने के लिए वेरिएबल मैसेज साइन बोर्ड लगाए गये है. इसके अलावा स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली, लाल बत्ती उल्लंघन पहचान प्रणाली, निगरानी कैमरे और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली भी शामिल है.
ट्रैफिक डीसीपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि आने वाले समय में नोएडा की सड़कों पर अगर कोई ट्रैफिक नियम तोड़ेगा तो उसका चालान का काटना संभव है. उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों में अब तक 40 हजार वाहनों के चालान काट चुके हैं. इसमें सबसे ज्यादा चालान बिना हेलमेट पहनकर वाहन चालने वाले लोगों का है. उसके बाद जो रेड लाइट जंप करते हैं, उनका भी चालान हुआ है.
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