नई दिल्ली/नोएडा: ऑनलाइन फर्जी वेबसाइट के माध्यम से क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को गुमराह कर देशभर में हो रही करोड़ों रुपए की साइबर ठगी करने वाले शातिर अभियुक्त को साइबर क्राइम थाना नोएडा ने गिरफ्तार किया है. विगत कुछ समय से देश के भिन्न-भिन्न राज्यों के लोगों को फर्जी वेबसाइटस के माध्यम से ऑनलाइन क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर बड़े स्तर पर धन उगाही की बात प्रकाश में आ रही थी. इसी क्रम में योगेंद्र कुमार चौधरी निवासी फेज-3, रुड़की रोड मेरठ ने साइबर क्राइम थाना नोएडा गौतमबुद्ध को सूचना दी.
बताया कि जुलाई 2021 को हमारी जान पहचान टेलीग्राम और व्हाट्सएप्प के माध्यम से एनी नामक महिला से हुई, जिसने अपनी वेबसाइट www.gicsingapore.com के बारे में बताया और क्रिप्टो ट्रेडिंग कर भारी मुनाफे का लालच दिया. शुरुआत में थोड़ा मुनाफा देने पर हमको विश्वास में लेकर 1,84,70000 रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी कर दी. पुलिस ने धारा 420/120B/467/468/471 IPC व 66 डी आई०टी० एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
साइबर अपराध करने वाला गिरफ्तार
साइबर थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना से पीड़ित के खातों से ठगी की धनराशि का रुपए 19 बैंक खातों और पेमेंट अग्रीगेटर में जाना पाया गया. तकनीकी साधनों से डाटा के विश्लेषण करने के पश्चात यह तथ्य प्रकाश में आया कि इस प्रकरण में अब तक की जांच और गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ के बाद विदेशी नागरिक (सिंगापुर) ने खुद को क्रिप्टो ट्रेडिंग एडवाईजर बताकर ठगी की है. वह खाता धारकों द्वारा 10 और 15 प्रतिशत कमीशन पर पैसे को Crypto Treading App के वॉयलेट पर डिपोजिट कराते थे और इसके उपरान्त उस पैसे को उनके द्वारा USDT में ट्रासफर कर दिया गया. Wallet Address पर ट्रांसफर कर लिया जाता था. अभी तक की जांच के क्रम में Binance के 56 वॉलेट में लगभग 25 करोड़ की धनराशि का ट्रांसफर होने का पता चला है.
इसमें 6 वॉलेट भारत के और शेष वॉलेट चाइना, फिलीपिन्स, मलेशिया व अन्य देशों से सम्बंधित हैं. जांच में यह भी पाया गया कि क्रिप्टो ट्रेडिंग के नाम पर हो रही ऑनलाइन ठगी में प्रयुक्त फर्जी कंपनियों के खाते और क्रिप्टो वॉलेट आपस में लिंक हैं और कई हजार करोड़ रुपए की ठगी अब तक की जा चुकी है. ऑनलाइन ट्रेडिंग और भिन्न-भिन्न टेलीग्राम ग्रुपों से हो रही धोखाधड़ी में शामिल विदेशी नागरिकों और फर्जी कंपनियों के गठन में शामिल कंपनी सीए आदि के विरुद्ध जांच जारी है. इस प्रकार के अपराध से सम्बन्धित मुकदमा तमिलनाडु, उत्तराखण्ड, तेलंगाना, आदि राज्यों में दर्ज है, जिसके द्वारा जांच की जा रही है.
साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि अभियुक्त ने पीड़ित के साथ हुई 1,84,70000 रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी से 33 लाख रुपए अपने खाते में लेकर कमीशन पर Binance Crypto Exhange P2P के माध्यम से USDT में कन्वर्ट कर सहयोगी के Crypto wallet में ट्रासफर किया. पकड़ा गया आरोपी भुलेश्वरनाथ मिश्रा पुत्र स्व तीर्थंनाथ मिश्रा निवास कांदिवली वेस्ट, मुंबई का रहने वाला है. वह पेशे से सिविल इंजीनियर है.