नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: ग्रेटर नोएडा में सावन के दूसरे दिन महर्षि पाणिनि वेद वेदांत विद्यापीठ गुरुकुल में मंत्रोचार से भगवान विष्णु की वंदना की गई. जिसमें गुरुकुल प्रांगण में भगवान गौरी शंकर का विशेष पूजन हुआ और पूजन के पश्चात विशेष प्रसाद भी बांटा गया.
भगवान विष्णु के तीन चरण
बता दें कि श्रावणमास की पूर्णिमा अर्थात रक्षाबंधन वाले दिन चंद्रमा श्रवण नक्षत्र पर होता है. कहा जाता है कि वामन अवतार में भगवान विष्णु ने जब तीन पग भूमि मांगी थी, तो उनका पांव आकाश में श्रवण नक्षत्र पर ही पड़ा था. विद्वानों ने श्रवण नक्षत्र के तीन तारों को भगवान विष्णु के तीन चरण माने हैं.
आज श्रावण मास का द्वितीय दिवस है अर्थात दूसरा दिन आज के दिन मंगला गौरी का व्रत किया जाता है. इसमें कोई भी स्त्री या पुरुष इस व्रत को कर सकतें है, सुख सौभाग्य संतान संतति को प्रदान करने वाला यह मंगला गौरी व्रत में भगवान शिव की पूजा के साथ-साथ विशेष गौरी की पूजा की जाती है.
गौरी की पूजा षोडशोपचार की जाती है
इस दिन सुहागिन महिला अपने पति की दीर्घायु संतान की दीर्घायु देने वाला व्रत होता है, इसमें गौरी की पूजा षोडशोपचार की जाती है. भगवान गौरी शंकर का रुद्राभिषेक कर भगवान से क्षमा प्रार्थना की जाती है और सायं कालीन पूजा करने के पश्चात भोजन किया जाता है. वहीं दिन में व्रत रखकर परिवार के साथ भगवान की पूजा को संपन्न किया जाता है.
श्रावण में प्रत्येक मंगलवार को मां मंगला गौरी का विशेष स्तवन होता है, जो भक्ति और श्रद्धा के साथ इस व्रत को पूर्ण करते हैं उनको मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. आज गुरुकुल प्रांगण में भगवान गौरी शंकर का विशेष पूजन हुआ और पूजन के पश्चात विशेष प्रसाद वितरण किया गया और समस्त संसार के जीवों पर भगवान अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें, इस कोरोना महामारी से भी समस्त जीवों को छुटकारा मिले, यही भगवान से प्रार्थना की गई है.