नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS) में प्लाज्मा थेरेपी मेथड से इलाज शुरू करने की इजाजत मिल गई है. इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR)ने पहले फेज में 2 मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी से इलाज करने के लिए हां कर दी है. अप्रूवल मिलने के बाद 2 मरीजों पर इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डायरेक्टर ब्रिगेडियर डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि विश्व में प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के उपचार का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए ICMR से मंजूरी मांगी गई थी जो अब मिल गई है.
मंजूरी मिलने के बाद कोरोना से ठीक हुए मरीजों से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए कहा गया था. जरूरत पड़ने पर मरीज को प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग कर इलाज किया जा सकेगा. GIMS में कोरोना संक्रमित 28 मरीज भर्ती हैं. जिनमें से 7 साल की वृद्धा और 40 साल के एक व्यक्ति की हालत गंभीर है. दोनों पर प्लाज्मा थेरेपी से इलाज शुरू कर दिया गया है.
ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान कोरोना सरवाइवर्स ने प्लाज्मा डोनेट किया. इस दौरान ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सीईओ और जिले के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण ने वीडियो कॉल कर कोरोना सरवाइवर्स का हौसला बढ़ाया और बधाई दी.