नई दिल्ली/नोएडा: जिला अस्पताल में मरीज एक रुपये की पर्ची कटवा कर अपना इलाज कराने आते हैं. डॉक्टर उन्हें देख जरूर लेते हैं. लेकिन उनकी जांचें जो डॉक्टर द्वारा लिखी जाती है वह काफी महंगी होती है.
इन महंगी जांचों को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा जिला अस्पताल को एक हार्मोन टेस्टिंग मशीन दी गई. जिसमें करीब 100 से ज्यादा बीमारियों की जांच आसानी से की जा सकती है. इस मशीन को पैथोलॉजी विभाग और अस्पताल प्रशासन की खींचतान में चलाया नहीं जा रहा था.
इसको लेकर ईटीवी भारत ने प्राथमिकता के आधार पर खबर को चलाया. उसी का नतीजा हुआ कि स्वास्थ विभाग ने हार्मोनल टेस्टिंग मशीन में लगने वाली सारी किट उपलब्ध करवा दी है. और अब मरीजों की जांच शुरू कर दी गई है. हजारों रुपये की जांच अब महज एक रुपये में होनी शुरू हो गई है.
इन जांचों को करेगी मशीन
हार्मोनल टेस्टिंग मशीन के जरिए करीब 100 से अधिक रोगों की आसानी से जांच की जा सकती है. उदाहरण के तौर पर एचआईवी, एचसीबी, सीरम टोटल, सीरम इंसुलिन, सीरम पीएसए, सीरम एलएच, सीरम फेरिटिन , सीरम सीईए, थायरॉइड के साथ ही लीवर और गायनी के अतिरिक्त कई ऐसी जांचें हैं जो इस मशीन से की जा रही हैं.
'एक रुपये में हो रही महंगी जांच'
हार्मोनल टेस्टिंग मशीन को चलाने लैब असिस्टेंट नवीन ने बताया कि इस मशीन के आने से जहां मरीजों को बेहतर और एक रुपये में महंगी जांच का लाभ मिल रहा है. वहीं जांच की रिपोर्ट भी जल्दी आ जा रही है. कुछ दिनों बाद और भी जांचें इस मशीन से की जाएंगी.