नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: बिसरख थाना क्षेत्र के अजनारा ली गार्डन सोसायटी में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि आपसी रंजिश में इस वारदात को अंजाम दिया गया.
पुलिस के मुताबिक मृतक डालचंद्र उर्फ विराट का पारिवारिक विवाद था जिसमें 2011 में इसके भाई की हत्या की गई, उसका बदला डालचंद्र ने आरोपियों के भाई को मारकर लिया था. उसी रंजिश के चलते आरोपियों ने इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. फिलहाल पुलिस ने दो मुख्य आरोपी सुरेश और मोहित को गिरफ़्तार कर लिया है. जबकि जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया था वो शार्प शूटर पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं, उनपर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है.
वर्चस्व की लड़ाई में अब तक गई पांच की जान
आपको बता दें कि मृतक डालचन्द्र उर्फ विराट हरियाणा का रहने वाला था. इसके पिता गांव में लगातार कई बार सरपंच रह चुके थे जिससे गांव के ही कुछ लोगों से दुश्मनी बढ़ गई थी. उसके बाद कृष्ण नाम के एक युवक ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 2011 में मृतक डालचन्द्र के भाई राजेन्द्र और एक अन्य कपिल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उसके बाद कृष्ण और उसके दोस्त दयानंद और टेकचंद ने जेल में डालचंद्र की हत्या करने का प्लान बनाया. इस मामले में कृष्ण के फूफा सुरेश को भी जेल हुई थी.
आपसी रंजिश में हुई हत्या
लेकिन उधर डालचन्द्र उर्फ विराट अपने कुछ आदमियों के साथ मिलकर अपने मृतक भाई राजेन्द्र का बदला लेने के लिए कोशीकलां में कृष्ण नाम के युवक की हत्या कर देता है. इस आरोप में डालचंद्र और उसके साथी जेल चले जाते हैं और फिर छः महीने बाद जमानत पर बाहर आते हैं. ऐसे में मृतक कृष्ण के भाई मोहित को ये लगता है कि उसका भाई छह साल तक जेल में रहा जबकि डालचंद्र जल्दी बाहर आ गया. उसने अपने भाई की हत्या का बदला लेने का प्लान बनाया.
7 अगस्त की शाम हुई थी हत्या
मोहित और सुरेश ने डालचंद्र की हत्या के लिए मृतक कृष्ण के दोस्तों दयानंद और टेकचंद को तैयार किया. जिसके बाद 7 अगस्त की शाम करीब 9 बजे टेकचंद और दयानंद उर्फ डीलर काली स्कार्पियो से अजनारा सोसायटी में घुसे और पहले रैकी की. उसके बाद जिस गाड़ी में डालचंद्र ऊर्फ विराट, अरुण त्यागी और दो अन्य साथी बैठे थे, उस पर इन्होंने 11 राउंड फायरिंग की. 7 गोलियां डालचंद्र को लगी, 3 गोली अरुण त्यागी को लगी और एक गोली गाड़ी में लगी. उसके बाद पुलिस जांच में जुटी और मोहित और सुरेश को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि मुख्य शार्प शूटर दयानंद ऊर्फ डीलर ऊर्फ काली और टेकचंद फरार है.