नई दिल्ली/नोएडा : दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण ने दस्तक दे दी. लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण खतरे की ओर इशारा कर रहा है. नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 270 और ग्रेटर नोएडा का एयरपोर्ट क्वालिटी इंडेक्स 280 के करीब है. वायु प्रदूषण सरकारी एजेंसियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. मौजूदा हालात को देखते हुए EPCA ने डीजल जेनेरेटर पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया है. 15 मार्च से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू हो जाएगा, जिसके साथ ही कई तरीके के प्रतिबंध लग जाएंगे.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी ( उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 258 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 281 दर्ज किया गया है. बता दें कि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 275 दर्ज किया गया है.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. इसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 317AQI, सेक्टर 125 में 245 AQI, सेक्टर 1 में 280 AQI और सेक्टर 116 में 245 AQI दर्ज किया गया है.
'सरकार दे ध्यान'
नोएडा के रहने वाले सुधीर ने बताया कि कोविड काल के दौरान वातावरण काफी स्वच्छ हो गया था पार्क में टहलने में समस्या नहीं होती थी, लेकिन पिछले 3 दिनों से सांस लेने में समस्या हो रही है. मास्क लगाकर सांस लेने में दिक्कत हो रही है. अभी ये आलम है तो दीपावली के बाद स्थिति और भी खतरनाक होगी इस और सरकार को ध्यान देना चाहिए.
हवा में घुलने लगा जहर
विशेषज्ञों के मुताबिक हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा गई है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी समेत अस्थमेटिक मरीज़ों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.