नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने शुक्रवार को हैबतपुर गांव में छह फीसदी आबादी भूखंड पर अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया. प्राधिकरण ने करीब 31 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली कराई, जिसकी कीमत करीब 63 करोड़ रुपए होने का आंकलन है.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली ने बताया कि वर्क सर्किल एक के प्रभारी चेतराम सिंह के नेतृत्व में प्रबंधक प्रभात शंकर और सहायक प्रबंधक राजीव कुमार, प्राधिकरण व स्थानीय पुलिस की टीम ने मिलकर हैबतपुर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की और किसानों के लिए आवंटित छह फीसदी आवासीय भूखंड की जमीन को अपने कब्जे में ले लिया.
ये भी पढ़ें : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नौकरी के नाम पर घोटाला, अधिकारियों ने शुरू की जांच
उन्होंने बताया कि हैबतपुर के खसरा नंबर 144, 148, 149, 150, 132 और 122 की जमीन पर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी. करीब 31 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली कराई गई, जिसकी कीमत करीब 63 करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
सलिल यादव ने बताया कि यह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अर्जित व कब्जा प्राप्त जमीन है. इस पर छह फीसदी आबादी भूखंड नियोजित है. इस कार्रवाई में छह जेसीबी व छह डंफर का इस्तेमाल किया गया. करीब दो घंटे तक कार्रवाई चली. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रभारी सीईओ दीप चंद्र ने अधिसूचित अथवा अधिग्रहित एरिया में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है.
किसानों को छह फीसदी आबादी भूखंड देने का रास्ता साफ
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमण हटाओ दस्ते ने हैबतपुर गांव में किसानों को 6% आबादी के भूखंडों के लिए आरक्षित की गई जमीन से अतिक्रमण हटाया. इसके बाद किसानों को मिलने वाले भूखंड का रास्ता साफ हो गया है. प्राधिकरण जल्द इस भूमि पर किसानों को आबादी की एवज में मिलने वाले भूखंड देने की प्रक्रिया शुरू करेगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप