नई दिल्ली/नोएडा: औद्योगिक नगरी कहे जाने वाले नोएडा शहर में रविवार को सेक्टर छह स्थित NEA सभागार में सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान श्रमिकों और उद्योगपतियों के साथ श्रम विभाग के अधिकारियों से आ रही समस्याओं को रखा गया. साथ ही उद्योगपतियों और मजदूर संगठनों ने श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष को मजदूरों की समस्याओं और श्रम विभाग की मनमानी किए जाने के संबंध में अवगत कराया. सेमिनार में परिषद के अध्यक्ष ने सभी मामलों में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. वहीं, परिषद के अध्यक्ष ने कंपनियों में काम करने वाले मजदूरों को नई सौगात देने का आश्वासन दिया.
सुनील भराला ने नोएडा के उद्योगपतियों और श्रमिक संगठनों की समस्याओं को सुना. सुनील भराला ने बताया कि एक मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाएगा. इस बार के श्रमिक दिवस को खास बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों के लिए धार्मिक और पर्यटन यात्राओं का शुभारंभ किया जा रहा है. इसके तहत हर जिले से बसों के जरिए श्रमिकों को यात्रा पर भेजा जाएगा और उसका सारा खर्चा उत्तर प्रदेश श्रमिक कल्याण परिषद उठाएगा. इसके अलावा श्रमिकों के लिए चलने वाली तमाम योजनाओं के बारे में विस्तार से बात की.
श्रम कल्याण परिषद की बैठक में उद्योगपतियों ने जिला श्रम अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. खासकर डीएलसी पर मनमानी करने , रिश्वत लेने और उद्योगपतियों को प्रताड़ित करने को लेकर. इस पर सुनील भराला ने कहा कि संज्ञान में यह मामला आया है. जांच कराई जाएगी और इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा , उस पर सख्त कार्रवाई होगी. आपको बता दें कि उद्योगपतियों और मजदूर संगठनों ने अधिकारियों पर तमाम आरोप लगाए हैं और राज्य मंत्री से गुहार लगाई है कि जिले से ऐसे लोगी को हटाया जाए, क्योंकि यह विकास में बाधा पैदा कर रहे हैं और उनकी वजह से जिले के उद्योगपति परेशान हैं.
इसे भी पढ़ें: नोएडा प्राधिकरण की कथनी और करनी में अंतर, वीडियो में देखिए ऐसा हम क्यों कह रहे हैं
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप