नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली एनसीआर नोएडा में हवा की सेहत एक बार फिर से बिगड़ना शुरू हो गई. नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 201 और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 252 पहुंच गया है. लगातार बढ़ रहा वायु प्रदूषण को देखते हुए 15 अक्टूबर से ग्रेडड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है.
नोएडा शहर की आबोहवा एक बार फिर से खराब होना शुरू हो गई है और ये जिला प्रशासन के लिए ये अलार्म स्टेज है. जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अगर नहीं चेतता तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है.
ग्रेप के साथ प्रतिबंध भी होंगे लागू
नोएडा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्राधिकारी प्रवीण कुमार का कहना है कि ग्रेप लागू होते ही कई तरीके के प्रतिबंध लगने शुरू हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि जिले में पराली झड़ने की समस्या नहीं है, लेकिन कूड़ा जलाने की शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन और पोलूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से कार्रवाई की जाती है.
उन्होंने बताया कि कूड़ा जलाने की समस्याएं कम हो. इसको ध्यान में रखते हुए अथॉरिटी से समन्वय स्थापित कर काम भी किया जा रहा है, ताकि कूड़ा जलने की घटनाएं कम हो और प्रदूषण का स्तर न बढ़े.
इनपर लगेगा प्रतिबंध
हर साल ठंड की दस्तक के साथ ही प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. वहीं दीपावली के बाद स्थिति बेकाबू हो जाती है. 15 अक्टूबर से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू कर दिया गया है. ग्रेप लागू होते ही कई तरीके के प्रतिबंध भी लग जाते हैं. जैसे डीजल जनरेटर, कंस्ट्रक्शन वर्क, ईट भट्टे और कूड़ा जलाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध हो जाता है. आदेशों की अवहेलना करने पर आर्थिक दंड भी लगाया जाता है.