नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर में रहने वाले बिहार के छह हजार श्रमिकों को लेकर आज चार ट्रेन बिहार के लिए रवाना होंगी. दो ट्रेन दादरी और दो दनकौर रेलवे स्टेशन से रवाना की जाएंगी. दोपहर 11 बजे दादरी से एक ट्रेन औरंगाबाद के लिए, 12 बजे दनकौर से एक ट्रेन बक्सर के लिए, 3 बजे दादरी से एक ट्रेन सासाराम के लिए ,और 4 बजे एक ट्रेन दनकौर से सिवान के लिए जाएगी. इनके लिए जिला प्रशासन, रेलवे, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने तैयारी पूरी कर ली है. दोनों स्टेशनों का निरीक्षण किया गया है, साथ ही स्टेशन जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है.
SMS से टिकट होगा कंफर्म
पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और जिलाधिकारी सुहास.एल.वाई ने बताया कि सभी यात्रियों को रेलवे स्टेशन तक लाने की पूरी व्यवस्था की जा चुकी है और यहां पर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद ही ट्रेन में बैठाया जाएगा, जिन लोगों द्वारा जनसुनवाई पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया है, उन्हें एसएमएस से जानकारी मिल चुकी है, वे लोग ही ट्रेन से रवाना होंगे और यह एसएमएस ही उनका टिकट होगा. अधिकारियों का कहना है किसी को भी पैदल जाने या अन्य किसी माध्यम से जाने की आवश्यकता नहीं है, शनिवार को ये ट्रेन चलेंगी और उसके बाद निरंतर यहां से बिहार के लोगों को उनके मूल निवास पर भेजा जाएगा.
जिन्होंने जनसुनवाई पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराया है, वह पंजीकरण करा लें, जो पूर्व में पंजीकरण करा चुके हैं, उन्हें दोबारा कराने की जरूरत नहीं है. पंजीकरण के आधार पर रेल जाने की तिथि समय और रेलवे स्टेशन का नाम आपके मोबाइल पर के माध्यम से जाएगा और यह एसएमएस की टिकट के रूप में मान्य होगा.
'अन्य व्यक्ति यात्रा में शामिल न हो'
अधिकारियों का कहना है कि जिन श्रमिकों ने जनसुनवाई पोर्टल रजिस्टेशन कराया है, उनको ही एसएमएस भेजा जाएगा. कोई अन्य व्यक्ति किसी भी तरह यात्रा में शामिल न हो सकें, इसके लिए प्रशासन ने स्टेशन की ओर से जाने जाने वाली गलियों को सील कर दिया है. स्टेशन को पूर्ण रूप से सेनेटाइज किया गया है, साथ ही सोशल डिसटेंसिग के लिए सर्किल बनाए गए है. ट्रेन राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निशुल्क चलाई जा रही है, जिन लोगों के ऑनलाइन पंजीकरण हो चुके हैं, उनके मोबाइल पर टिकट के रूप में एसएमएस पहुंच चुका है.
अधिकारियों ने कहा कि प्रवेश से पूर्व एसएमएस की जांच की जाएगी, इसके बाद ही यात्रा शुरू होगी, सभी यात्रियों का मेडिकल परीक्षण किया जाएगा, मेडिकल स्वस्थ पाए जाने वाले यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति होगी. अभी तक 80 हजार श्रमिकों द्धारा बिहार जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया गया है.