नई दिल्ली/नोएडा: सेक्टर-137 के फेलिक्स अस्पताल ने कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों की मदद के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में पहला रोबोट लॉन्च किया है. कोविड फाइटर नाम के इस रोबोट को इंसानों की तरह प्राकृतिक नेविगेशन के साथ बनाया गया है.
फेलिक्स अस्पताल के डॉक्टर डीके गुप्ता ने बताया कि कोविड फाइटर की वर्तमान में सख्त जरूरत है. देश में चिकित्सा के क्षेत्र में पर्याप्त प्रशिक्षित जनशक्ति की कमी है और कोरोना के मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. उनके इलाज में लगे डॉक्टरों, नर्सों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को भी संक्रमित होने का जोखिम है. ऐसे में यह कारगर होगा.
कोरोना मरीज से निपटेगा कोविड फाइटर
डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि कोविड फाइटर के साथ वायरस फैलने की संभावना न के बराबर हो जाती है. नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मचारी गंभीर रोगियों पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे. रोबोट डॉक्टरों के लिए एक दायां हाथ साबित हो सकता है. कोविड फाइटर समग्र चिकित्सा बिरादरी के लिए वरदान से कम नहीं है. उन्होंने बताया कि रोबोट रोगियों को दवा, भोजन और अन्य उपभोग्य सामग्रियों के वितरण के साथ ही मरीजों से वेस्ट या यूज की जा चुकी दवाओं का संग्रह करने में सक्षम है. वह मरीजों और हेल्थकेयर कार्यकर्ता के बीच संचार का माध्यम भी होगा.
कोविड फाइटर रोबोट भीड़भाड़ वाली जगह पर कोरोना संक्रमित मरीजों को स्कैन करने के लिए गश्त कर सकता है. इसके साथ ही कोरोना संगरोध हेल्थकेयर सुविधाओं के यूवी स्टरलाइजेशन का काम भी कर सकता है. डॉक्टर डीके गुप्ता ने बताया कि वर्तमान में उनके पास 3 रोबोट तैयार हैं, जो उत्तर प्रदेश सरकार को मुफ्त प्रदान करना चाहेंगे. आवश्यकता पड़ने पर वे 30 और रोबोटों सरकार को दे सकते हैं.