नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर 1 दिसंबर से धरना जारी है. तेज बारिश के बीच टेंट में बैठकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. 4 जनवरी को 8वें दौर की वार्ता होनी है, वहीं भारतीय किसान संगठन भानू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि यहां से पीछे हटने का सवाल ही नहीं, अब आगे को कूच करने की तैयारी किसान कर रहे हैं. बारिश, ओला, ठंड हो किसान मांगे मनवा कर ही वापस लौटेगा.
'बारिश-ओले से हौसले और बुलंद होंगे'
भारतीय किसान संगठन भानू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि किसानों के हौसले बुलंद हैं. बारिश और ओले से किसान डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि चिल्ला बॉर्डर से किसान दिल्ली को तो आगे बढ़ सकता है, लेकिन वापसी नहीं होगी. उन्होंने तीनों कृषि बिल को काला कानून बताया और कहा कि जब तक यह वापस नहीं होंगे किसानों की मांगों को लेकर चिल्ला बॉर्डर पर डटे रहेंगे.
जरूरत पड़ी तो 26 जनवरी से पहले करेंगे दिल्ली कूच
प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसान मोदी सरकार के डिजिटल युग का इस्तेमाल करते हुए अपना संदेश प्रदेश के सभी किसानों तक पहुंचाएगा और जरूरत पड़ी तो 26 जनवरी से पहले भी दिल्ली कूच किया जाएगा. उन्होंने कहा सरकार बंद कमरे में वार्ता बंद करें और खुले मंच पर किसानों के साथ बातचीत करे अगर सरकार अभी भी बात नहीं मानते तो किसान अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए सरकार को झुका कर जाएगा. सरकारों ने किसानों का बहुत शोषण कर लिया लेकिन अब नहीं होगा.