नई दिल्ली/नोएडा: कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय (EPFO) ने नोएडा के दफ्तर में रिश्वतखोरी रोकने के लिए ई-इंस्पेक्शन की सुविधा की शुरुआत की है. इसी के साथ ई-कोर्ट को भी ईपीएफओ ने लॉन्च किया है. इस सुविधा से जहां एक ओर एम्प्लायर-एम्प्लॉइज को अपने मामले सुलझाने में आसानी होगी. वहीं दूसरी तरफ सिस्टम में पारदर्शिता और रिश्वतखोरी पर लगाम कसी जाएगी.
सिस्टम में आएगी ट्रांसपेरेंसी
रीजनल पीएफ कमिश्नर-2 सुशांत कण्डवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ई-इंस्पेक्शन के जरिए जो ईमानदार एंपलॉयर में डर होता है, वह कम होगा क्योंकि अब सब कुछ उनके सामने ऑनलाइन होगा. इस सुविधा को अगस्त से नोएडा में लागू कर दिया गया है.
अभी तक अगर कोई नोटिस या फिजिकल इंस्पेक्शन के लिए कोई टीम किसी कंपनी में जाता है, तो ईमानदार कंपनी भी डर जाती है. ऑनलाइन होने से मेंटली हैरेसमेंट कम होगा और साथ ही नए प्रयोग से सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी आएगी और रिश्वतखोरी पर लगाम लगेगी.
ऑनलाइन सुविधा शुरू
ईपीएफओ द्वारा शुरू की गई. नई सुविधा से डिफॉल्टर कंपनियों पर शिकंजा कसने में आसानी होगी. वहीं अब कंपनियों की ऑनलाइन जांच हो सकेगी, कर्मचारियों को अब कंपनी में जाना नहीं पड़ेगा. कंपनी द्वारा सही जवाब नहीं मिलने पर उस कंपनी को क्लोज मार कर दिया जाएगा. ऐसा करने में कंपनी मालिकों का ईपीएफओ के ऊपर भरोसा बढ़ेगा.