नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) के कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ने गौतमबुद्ध नगर के सिटी मजिस्ट्रेट को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में मैसर्स दिल्ली पब्लिक स्कूल नोएडा सेक्टर 30 द्वारा तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के साथ किए जा रहे भेदभाव, शोषण और उत्पीड़न को रोकने के लिए कहा गया है.
डीपीएस तृतीय एवं चतुर्थ ई-ग्रेड कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह का आरोप है कि उनको डीपीएस दिल्ली पब्लिक स्कूल ने नौकरी से हटाया है.
'आज होना था धरना'
दिल्ली पब्लिक स्कूल के तृतीय एवं चतुर्थ ग्रेड कर्मचारी यूनियन का आज स्कूल के बाहर शाम 4 बजे धरना-प्रदर्शन प्रस्तावित था. लेकिन उनका कहना है कि सिटी मजिस्ट्रेट नोएडा शैलेंद्र कुमार मिश्र ने उन्हें डीपीएस स्कूल प्रबंधन के साथ वार्ता के लिए बुलाया था. वार्ता के लिए अगली तारीख 19 जुलाई तय की गई है.
'साजिश के तहत नौकरी से निकाला'
कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने आरोप लगाया है कि उन्हें 9 अप्रैल 2019 को दिल्ली पब्लिक स्कूल ने जबरन साजिश के तहत नौकरी से निकाला है. उन्होंने बताया इनकम टैक्स के कुछ अधिकारी स्क्रूटिनी के लिए दिल्ली पब्लिक स्कूल आए. जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने उन्हें इसलिए निकल दिया क्योंकि आयकर अधिकारी स्कूल परिसर के अंदर पहुंच गए थे.
पीड़ित का कहना है कि जिस गेट से अधिकारी अंदर आये वहां उनकी ड्यूटी नहीं थी. ऐसे में अपने रिश्तेदार को बचाने के लिए उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है. अध्यक्ष ने कहा है कि अगर न्याय नहीं मिला तो दिल्ली पब्लिक स्कूल के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे.