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फंड के अभाव में बंद हुई नोएडा की 'तीसरी आंख', अपराध में बढ़ोतरी - noida police

फंड की कमी से नोएडा सेक्टर-18 में लगे 50 सीसीटीवी कैमरे खराब हो गए है. ये कैमरे बेहद ही संवेदनशील स्थानों पर लगाए गए थे. कैमरे खराब होने के कारण इलाके में चोरी-डकैती की वारदातों में बढ़ोतरी हुई हैं.

नोएडा के 50 cctv कैमरे खराब
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Published : Jun 27, 2019, 3:13 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में अपराध रोकने के लिए करीब 4 साल पहले नोएडा सेक्टर-18 में लगभग 50 कैमरे लगवाए थे. इन कैमरों के माध्यम से पुलिस को अपराधियों की तलाश करने में काफी सुविधा होती थी.

नोएडा के 50 CCTV कैमरे खराब

कैमरे नोएडा के भीड़-भाड़ और बेहद ही संवेदनशील जगहों पर लगाए गए थे. करीब एक साल से फंड की कमी की वजह से कैमरों की देखरेख नहीं हो पाई.

इसलिए खराब हुए कैमरे
अब से करीब 4 साल पहले नोएडा के तत्कालीन एसपी सिटी ने सेक्टर-18 में व्यापार मंडल की मदद से नोएडा के संवेदनशील स्थानों पर लगभग 50 अत्याधुनिक कैमरे लगवाए थे. ये कैमरे कुछ समय तक तो सही चले लेकिन फंड की कमी की वजह से इन कैमरों की सही देखरेख नहीं हो सकी.

पुलिस सूत्रों की मानें तो इन कैमरों को चलाने के लिए लगभग 5 लाख का खर्च आएगा लेकिन 5 लाख का फंड कहां से आएगा इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है. इन कैमरों के खराब होने की वजह से इस इलाके में चोरी-डकैती की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में अपराध रोकने के लिए करीब 4 साल पहले नोएडा सेक्टर-18 में लगभग 50 कैमरे लगवाए थे. इन कैमरों के माध्यम से पुलिस को अपराधियों की तलाश करने में काफी सुविधा होती थी.

नोएडा के 50 CCTV कैमरे खराब

कैमरे नोएडा के भीड़-भाड़ और बेहद ही संवेदनशील जगहों पर लगाए गए थे. करीब एक साल से फंड की कमी की वजह से कैमरों की देखरेख नहीं हो पाई.

इसलिए खराब हुए कैमरे
अब से करीब 4 साल पहले नोएडा के तत्कालीन एसपी सिटी ने सेक्टर-18 में व्यापार मंडल की मदद से नोएडा के संवेदनशील स्थानों पर लगभग 50 अत्याधुनिक कैमरे लगवाए थे. ये कैमरे कुछ समय तक तो सही चले लेकिन फंड की कमी की वजह से इन कैमरों की सही देखरेख नहीं हो सकी.

पुलिस सूत्रों की मानें तो इन कैमरों को चलाने के लिए लगभग 5 लाख का खर्च आएगा लेकिन 5 लाख का फंड कहां से आएगा इसकी अभी कोई जानकारी नहीं है. इन कैमरों के खराब होने की वजह से इस इलाके में चोरी-डकैती की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.

Intro:नोएडा--
नोएडा अपराध कैसे रुके जब यहां के अधिकारी ही अपराध को लेकर उदाशीनता दिखा रहे है,जिसका जीता जागता उदाहरण नोएडा के सेक्टर 18 में लगे कैमरे है।
बदमाश और अपराध को रोकने के लिए करीब 4 साल पहले नोएडा के सेक्टर अट्ठारह में लगभग 50 कैमरे लगवाए गए इन कैमरों के माध्यम से पुलिस घटना को आसानी से पकड़ रही थी कैमरा काफी आधुनिक लगे हुए थे , कैमरा सेक्टर 18 जैसी भीड़ भाड़ बाजार में उन जगहों पर लगाए गए थे जो संवेदन और अतिसंवेदनशील क्षेत्र माने जा रहे थे पर इन कैमरों की देखरेख करीब 1 साल से फंड के चलते ना होने से खराब पड़े है और इस तरह कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा।


Body:अब से करीब 4 साल पहले नोएडा के तत्कालीन एसपी सिटी ने सेक्टर 18 व्यापार मंडल की मदद से नोएडा का कनॉट प्लेस का जाने वाला बाजार सेक्टर 18 में संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थानों पर लगभग 50 अत्याधुनिक कैमरे लगवाए गए थे , ये कैमरे कुछ समय तक तो सही चले पर करीब 1 साल से सभी 50 कैमरे और उस को चलाने वाले सभी सिस्टम ध्वस्त हो गए, पुलिस सूत्रों की मानें तो इन कैमरों को चलाने के लिए लगभग 5 लाख का खर्च आ रहा है जिसका सर्वे कुछ अधिकारियों द्वारा कराया भी गया है पर यह 5 लाख किस फंड से आएगा और कौन देगा, यह कोई बोलने को तैयार नहीं है इन कैमरों के खराब होने से सेक्टर अट्ठारह मैं हो रहे हैं अपराध को पकड़ने में पुलिस को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिस पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है।


Conclusion:नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्णा अपराध को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात पुलिस और जनता से करते हैं पर सेक्टर 18 में 50 खराब पड़े कैमरे यह बता रहे हैं कि नोएडा पुलिस अपराध को रोकने के लिए कितनी गंभीर है।
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