नई दिल्ली/नोएडा: कोरोना वायरस एक माइंड गेम है. कोरोना से आगे जब तक हम नहीं सोचेंगे तब तक कोरोना को नहीं भगा पाएंगे. यह बातें कोई आम आदमी ने नहीं बल्कि करीब 200 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ कर उनको उनके घर तक छोड़ने वाले परदे के पीछे के हीरो डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी का कहना है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि वह पहले शरदा क्वॉरंटाइन सेंटर के प्रभारी रहे और फिर नोएडा के सेक्टर 30 स्थित पीजीआई हॉस्पिटल में प्रभारी बनाए गए हैं. इन्होंने शारदा हॉस्पिटल से डेढ़ सौ कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ कर घर भेजा है.
गौतमबुद्ध नगर जिले में ठीक हो रहे कोरोना के मरीज
गौतमबुद्ध नगर जिले में देखा जाए तो कोरोना से पॉजिटिव मरीजों की संख्या 632 हो गई है. वहीं अब तक जिले में ठीक होने वाले लोगों की संख्या 413 और एक्टिव मरीजों की संख्या 291 बताई जा रही है. जबकि 8 लोगों की मौत भी हो चुकी है. इस आंकड़े में देखा जाए तो राहत की बात यह है कि 413 लोग अब तक क्वारंटाइन सेंटर से ठीक होकर अपने घर जा चुके है. ये जो 413 लोग ठीक होकर अपने घर परिवार में गए हैं. उनकी क्वारंटाइन सेंटर में किसने देखरेख की और किसने उन्हें स्वस्थ करके घर भेजा इस तरफ शायद ही कोई ध्यान दिया होगा.
कोरोना मरीजों को स्वस्थ करने वाला कौन?
बहुत कम ही लोगों को यह पता होगा कि कोरोना वायरस से पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ करें घर भेजने वाला कौन है. इस पर्दे के पीछे के हीरो से ईटीवी भारत की टीम ने जब खास बातचीत की तो पर्दे के पीछे के हीरो डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि उन्होंने शारदा अस्पताल से डेढ़ सौ के करीब और अब नोएडा के सेक्टर 30 स्थित पीजीआई अस्पताल से काफी मरीजों को स्वस्थ कर घर भेजा है. साथ ही उन्होंने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में आए पॉजिटिव मरीजों की देखरेख और मॉनिटरिंग के साथ ही स्क्रीनिंग हर 2 घंटे पर की जाती है और उनके खाने से लेकर दवा तक पूरा विशेष ध्यान दिया जाता है. क्वॉरंटाइन सेंटर में आए कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की बेहतर देखभाल के चलते आज जिले में ठीक होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.
अन्य जगहों से बेहतर हालात
डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि जिस तरह से अन्य जिलों और प्रदेशों में कोरोना वायरस के मरीजों की ठीक होने की स्थिति है. उससे काफी बेहतर स्थिति गौतमबुद्ध नगर जिले की है. जिले में कोरोना से पॉजिटिव मरीजों की संख्या काफी बेहतर है और ज्यादा से ज्यादा लोग ठीक होकर अपने घर जा रहे हैं. क्योंकि उन्हें उचित और बेहतर इलाज समय पर दिया जा रहा है.
पब्लिक किस तरह से ले प्रिकॉशन?
कोरोना से बचाव के लिए आम पब्लिक किस तरह से प्रिकॉशन ले, यह बात जब पूछी गई तो उन्होंने बताया कि घर से बाहर जब आप निकले तब सोशल डिस्टेंसिंग जरूर बनाए. वहीं कोशिश यह रहे कि घर के अंदर भी एक डिस्टेंस बनाकर रहने की कोशिश करें. मांस, सैनिटाइजर ,ग्लव्स के साथ- साथ जब भी मौका लगे ज्यादा से ज्यादा हाथ साबुन से धोने की कोशिश करें. किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. सभी को कोरोना से आगे सोच रखनी होगी तभी इससे से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि आम पब्लिक को यह नहीं सोचना चाहिए कि लॉकडाउन खुल गया और मुंह पर गमछा लगाएं और चल दिए, जब तक आम पब्लिक खुद कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट नहीं होगी तब तक कोरोना से नहीं लड़ा जा सकता है. इसलिए हर किसी को कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट होने की जरूरत है.
डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी का कहना
सेक्टर 30 स्थित पीजीआई हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि पीपी किट सहित तमाम चीजें पहनने के बावजूद भी लोग कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. इसलिए बेहतर लोगों के लिए यह है कि सेल्फ प्रिकॉशन ले और खुद को अलर्ट रखें. जब तक आम जनता कोरोना वायरस को लेकर जागरूक नहीं होगी और उससे आगे नहीं सोच रखेगी, तब तक कोरोना से नहीं लड़ सकते. उन्होंने कहा कि जिस तरह से आइसोलेशन में आए कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की देखरेख की जा रही है और मॉनिटरिंग हो रही है उससे आने वाले समय में एक पूरी उम्मीद है कि गौतमबुद्ध नगर जिले से कोरोना को दूर भगाया जाएगा.