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योगी 'राज' में खस्ताहाल है नोएडा का ये अस्पताल, मरीज हैं परेशान

नोएडा के सेक्टर-30 जिला अस्पताल में दवाइयां नहीं मिलने से लोग परेशान हैं. प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में दवाईयों का स्टॉक नहीं होने की वजह से लोगों को प्राइवेट क्लीनिक से महंगी दवा लेनी पड़ रही है.

'जन औषधि केंद्र में भी नहीं है दवाई'
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Published : May 2, 2019, 2:12 PM IST

Updated : May 2, 2019, 4:46 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार तमाम दावे करती है, लेकिन ये सारे दावे और वादे नोएडा के सेक्टर-30 जिला अस्पताल में आकर दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. मरीज हताश-निराश होकर बिना दवाई लिए वापस लौट रहे हैं. जिला अस्पताल के दवाखाने और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में दवाएं नहीं हैं.

महंगी दवाई खरीदने को मजबूर मरीज

नोएडा के सेक्टर-30 जिला अस्पताल में दवाई नहीं मिल रही है. मरीजों ने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि यहां आंख, दमा, पेट दर्द और लूज मोशन की दवाएं नहीं हैं. ऐसे में उन्हें बाहर के प्राइवेट मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां लेनी पड़ती हैं.

जन औषधि केंद्र में भी नहीं है दवाई

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में भी दवाओं की कमी है. इसके चलते मरीज बदहाल हैं और बाहर से महंगे दामों पर दवाएं खरीदने को बेबस हैं. अस्पताल में कैल्शियम और मल्टीविटामिन की गोलियां तक नहीं हैं.

लोगों का कहना है कि योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सारे दावे खोखले दिखाई पड़ रहे हैं. बदलते मौसम के साथ लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में दवा ना होने के चलते बाहर से महंगी-महंगी दवाइयां खरीदने को मजबूर हैं.

नई दिल्ली/नोएडा: स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार तमाम दावे करती है, लेकिन ये सारे दावे और वादे नोएडा के सेक्टर-30 जिला अस्पताल में आकर दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. मरीज हताश-निराश होकर बिना दवाई लिए वापस लौट रहे हैं. जिला अस्पताल के दवाखाने और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में दवाएं नहीं हैं.

महंगी दवाई खरीदने को मजबूर मरीज

नोएडा के सेक्टर-30 जिला अस्पताल में दवाई नहीं मिल रही है. मरीजों ने ईटीवी भारत की टीम को बताया कि यहां आंख, दमा, पेट दर्द और लूज मोशन की दवाएं नहीं हैं. ऐसे में उन्हें बाहर के प्राइवेट मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां लेनी पड़ती हैं.

जन औषधि केंद्र में भी नहीं है दवाई

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में भी दवाओं की कमी है. इसके चलते मरीज बदहाल हैं और बाहर से महंगे दामों पर दवाएं खरीदने को बेबस हैं. अस्पताल में कैल्शियम और मल्टीविटामिन की गोलियां तक नहीं हैं.

लोगों का कहना है कि योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सारे दावे खोखले दिखाई पड़ रहे हैं. बदलते मौसम के साथ लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं, लेकिन अस्पतालों में दवा ना होने के चलते बाहर से महंगी-महंगी दवाइयां खरीदने को मजबूर हैं.

Intro:नोएडा:

स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सूबे की यूपी सरकार तमाम दावे करती है, व्यवस्था दुरुस्त होने की बात करती है। लेकिन ये सारे दावे और वादे नोएडा के सेक्टर 30 जिला अस्पताल में आकर दम तोड़ते नज़र आते हैं। मरीज़ हताश निराश होकर बिना दावा लिए वापस लौट रहे हैं। जिला अस्पताल के दवा खाने और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र मैं दवाएं नहीं है।


Body:नोएडा के सेक्टर 30 जिला अस्पताल मैं दवाई नहीं मिल रही है। मरीजों ने ईटीवी भारत की टीम से बात करते हुए बताया की यहां पर आंखों की दवाएं, दमे की दवाई, पेट दर्द और लूज़ मोशन की दवाएं नहीं है। ऐसे में उन्हें बाहर के प्राइवेट मेडिकल स्टोर उसे जाकर महंगी महंगाई दवाई लेनी पड़ती है।

प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में दवाओं का टूटा है इसके चलते मरीज बदहाल है और बाहर से महंगे दामों पर दवाएं खरीदने को बेबस हैं। वन जानकारी पर मालूम पड़ा कि अस्पताल में कैल्शियम मल्टीविटामिन मेट्रोजिल जिंक सिरप डाइक्लोसिन एंट्रॉजर्मिना समेत कई दवाएं नहीं है।


Conclusion:ऐसे में यह कहा जा सकता है किस सुबह की योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के सारे दावे खोखले दिखाई पड़ रहे हैं। बदलते मौसम के साथ लोग बीमारियों के शिकार हो रहे हैं लेकिन अस्पतालों में दवा ना होने के चलते बाहर से महंगी महंगी दवाएं खरीदने के लिए बेबस है। यूपी सरकार किस स्वास्थ्य के सारे दावों पर सवाल खड़े करती ये तस्वीरें चीख चीख कर पूछती है क्या वाकई जिला अस्पताल में सब ठीक है?
Last Updated : May 2, 2019, 4:46 PM IST
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