नई दिल्ली/नोएडा: तेजी से बढ़ते आधुनिक सिस्टम के कारण साइबर क्राइम हावी होता जा रहा है. इस समस्या को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी प्रणाली लागू होने से पहले तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्ण ने सभी थानों में साइबर सेल यूनिट खोल दिया था. पर कमिश्नरी सिस्टम लागू होते ही थानों पर बने साइबर यूनिट को बंद कर दिया गया जिसके चलते आम जनता को यहां-वहां भटकना पड़ रहा है. वहीं अधिकारी लोगों की समस्या सुनने की जगह मौन हैं.
थानों के साईबर सेल से लाभ
थानों में साइबर सेल यूनिट खुलने से आम जनता को यहां-वहां भटकने की जरूरत नहीं पड़ती थी. संबंधित थाने पर तहरीर देने के बाद आसानी से पुलिस कार्रवाई भी कर देती थी. वहीं ऑनलाइन पैसे निकलने की जानकारी को समय से साइबर सेल को बता दिया जाता था तो पैसे लोगों के वापस भी आ जाते थे.
मुख्यालय से होगा काम
कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद थानों से साइबर सेल को हटाकर मुख्यालय में रखा गया है जहां पूरे जिले से संबंधित अपराध देखे जाएंगे. तो वहीं साइबर सेल को थानों से हटाकर मुख्यालय पर किए जाने से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. साथ ही नोएडा से ग्रेटर नोएडा जाने वालों को अपना मामला दर्ज करवाने में काफी टाइम लगेगा जिसके चलते उनके अकाउंट से निकला हुआ पैसा समय से वापस नहीं आ पाएगा.
पुलिस प्रशासन को भी होगी परेशानी
पुलिस सूत्रों की माने तो थानों से साइबर सेल हटने से मुख्यालय की यूनिट पर सारा भार पड़ेगा और लोगों की समस्याओं का निस्तारण त्वरित की जगह देर से होंगे. वहीं एक ही यूनिट होने के चलते जिले के सभी थानों की समस्या एक साथ आएंगी जिसे दूर करने में समस्याएं काफी सामने आएंगी.