नई दिल्ली/नोएडा: थाना सैक्टर 39 नोएडा पुलिस को सूचना मिली कि सी 213 सेक्टर 105 नोएडा पर फर्जी काल सेन्टर का संचालन किया जा रहा है. इस सूचना पर दूर संचार विभाग के सहायक निदेशक जियाउर रहमान ने डिपार्टमेन्ट ऑफ टेली कम्यूनिकेशन(एमटीएनएल) टेलीफोन एक्सचेन्ज नेहरू प्लैस नई दिल्ली को अवगत कराते हुए साथ कॉल सेंटर पर जाकर दबिश दी गई.
जहां से 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया. बता दें कि गिरफ्युत में आया गिरोह फर्जी कॉल सेन्टर चलाकर लोगो के साथ धोखाधड़ी कर अवैध धन अर्जित करते थे.
अभियुक्तों से पूछताछ की गई तो इनके द्वारा बताया गया कि हम लोगो का एक गिरोह है, जिसका सरगना धवल उर्फ देवेन्द्र है. हम यहां पर एक फर्जी काॅल सेन्टर चलाकर लोगो के साथ धोखाधड़ी कर अवैध धन अर्जित करते थे.
बता दें कि यह लोग शाफ्ट डायलर साफ्टवेयर के माध्यम से विदेशो में वी.आई.पी. कॉल करते थे और उसको डराते थे कि आपके सोशल सिक्योरिटी नम्बर से कोई अपराध कारित किया गया है. जैसे ड्रग्स ट्रैफिकिंग, मनी लाडरिंग. इसके बाद अपने आपको विभिन्न पुलिस एजेन्सियों से बताते हुए उनसे जुर्माने के रूप में धनराशि वसूला करते थे.
पुलिस ने बरामद किए सामान
. 25 डेस्कटॉप
. 23 सी.पी.यू
. 23 की-बोर्ड
. 23 माउस
. 25 हैड फोन
. 11 स्वीच
. 02 ब्राडबैन्ड
. 02 वाई-फाई राउटर
. 75 छोटी बडी केवल
. एक आधार कार्ड
. एक पासपोर्ट
. 02 पासबुक
. एक आईकार्ड स्टेट बैंक आफ कुवैत
. एक मोटर साईकिल
पुलिस का कहना है कि इन लोगों द्वारा ऑनलाइन ठगी का काम किया जा रहा था. 10 लोगों के खिलाफ धारा 420/120बी/188 भादवि, 66 डी आई.टी.एक्ट व 4/20/21 भारतीय तार संचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं अन्य थानों से आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है.