नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: जेवर में प्रस्तावित नोएडा ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण की ओर प्रशासन ने एक कदम और बढ़ा दिया है. शुक्रवार को एयरपोर्ट की फाइनेंशियल बिड खोली गई. इसमें सबसे अधिक बोली जुरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने लगाई. इससे पहले 30 अक्टूबर को टेक्निकल बिड खोली गई थी, जिसमें चार कंपनियों का चयन हुआ था.
फाइनेंशियल बिड में 4 कंपनियों ने लिया हिस्सा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि तय समय के मुताबिक शुक्रवार को दिन में 3 बजे नोएडा ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट की फाइनेंशियल बिड खोली गई. इसमें चार कंपनियों ने हिस्सा लिया था. ये चार कंपनियों बीती 30 अक्टूबर को खोली गई.
डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जिन चार कंपनियों ने टेक्निकल बिड क्वालीफाई किया था, उसमें जीएमआर (दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड), ज़ुरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एजी), अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड और एंकरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट होल्डिंग्स लिमिटेड शामिल थी.
जुरिक इंटरनेशनल का चयन
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को खोली गई फाइनेंशियल बिड में हाइएस्ट बिडर होने के कारण जुरिक इंटरनेशनल का चयन किया गया है. अब इस रिपोर्ट को दो दिसंबर को होने वाली प्रोजेक्ट इंप्लीटेशन मॉनिटरिंग कमेटी (पीएमआईसी) की बैठक में रखा जाएगा. उसके बाद इसे अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रदेश सरकार के पास भेजा जाएगा.
बनेगा एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट
जुरिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रतिनिधि ने बताया कि कंपनी फिलहाल दुनिया में 9 एयरपोर्ट को मैनेज कर रही है. इनमें 8 एयरपोर्ट लैटिन अमेरिका, ब्राजील, चिली और कोलंबिया में हैं, जहां 13 मिलियन पैसेंजर्स का भार है.
उन्होंने बताया कि फिलहाल इसे एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बताया जा रहा है, लेकिन भविष्य में यह दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. यह कहना अभी जल्दबाजी होगी. इसके शुरू होने के बाद यात्रियों की संख्या, इसके विकास, रखरखाव और कार्गो डेवलपमेंट पर बहुत सी बाते निर्भर करेंगी.