नई दिल्ली/नोएडा : गौतमबुद्ध नगर में आम्रपाली प्रोजेक्ट्स के 11,851 फ्लैट्स हैं, जिनमें लगभग 263.21 करोड़ का राजस्व फंसा हुआ है. इसमें अगस्त महीने तक 1,222 विलेखों की रजिस्ट्री कराई गई और 50.38 करोड़ राजस्व भी मिला है. लंबे वक्त से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर फ्लैट की रजिस्ट्री कराई जा रही है. हालांकि अभी भी 10,629 फ्लैट्स की रजिस्ट्री नहीं हुई और गौतमबुद्ध नगर निबंधन विभाग का 212.83 करोड़ रुपये फंसा हुआ है.
गौतमबुद्ध नगर उपमहानिरीक्षक निबंधन जीपी सिंह ने बताया सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बाद रजिस्ट्री शुरू हुई है. आम्रपाली के 11,851 फ्लैट्स हैं, जिसका कब्जा बिल्डर ने बायर्स को बहुत पहले दे दिया था, लेकिन रजिस्ट्री मात्र 1,222 फ्लैट्स की रजिस्ट्री हुई. हालांकि SC के आदेशों के बाद रजिस्ट्री शुरू हुई. निबंधन विभाग का रजिस्ट्री नहीं होने से करीब 212.83 करोड़ बाकी है. हालांकि लॉकडाउन के बाद ऑफिस खुलने से 209 फ्लैट्स की रजिस्ट्री हुई, जिससे रजिस्ट्री विभाग को 16.31 करोड़ रुपये राजस्व के तौर पर प्राप्त हुआ है.
33,617 फ्लैट्स की भी नहीं हुई रजिस्ट्री
गौतमबुद्ध नगर में राजस्व विभाग का तकरीबन 1100 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में फंसा हुआ है. बिल्डर ने फ्लैट्स बायर्स को फ्लैट पर कब्ज़ा दे दिया और रजिस्ट्री नहीं करवाई. गौतमबुद्ध नगर में 33,617 फ्लैट्स बायर्स ऐसे हैं जिनकी रजिस्ट्री ही नहीं हुई.