नई दिल्ली/नूंह: वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन ने प्राइवेट कंपनियों को बाहर करने के लिए रविवार को आंदोलन किया. आंदोलन के दौरान एसोसिएशन ने विधायक चौधरी आफताब अहमद को ज्ञापन सौंपा और उनकी मांग को सरकार से उठाने का आग्रह किया. विधायक ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को इस बारे में पत्र भेज कर मांगों को पूरा कराने का प्रयास करेंगे और जरूरत पड़ी तो विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा.
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह लाडन ने विधायक अफताब अहमद को बताया कि 16 जुलाई 2019 को बीजेपी सरकार ने वादा किया था कि 2300 वोकेशनल टीचर्स को, चाहे वे किसी भी पॉलिसी के तहत लगें हो, उन्हें अगले वित्त वर्ष में शिक्षा विभाग में मर्ज किया जाएगा. वोकेशनल टीचर्स प्रधान ने कहा कि अगर जल्द ही बीजेपी सरकार ने अपना वादा पूरा नहीं किया ,तो वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन फिर से एक बड़ा आंदोलन करेगी.
उन्होंने बताया कि वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन के आंदोलन के 35वें दिन बीजेपी सरकार के प्रतिनिधि जवाहर यादव ने धरना स्थल पर पहुंचकर वादा किया था कि अगर बीजेपी की सरकार दोबारा बनती है तो अगले सेशन अप्रैल 2020 से इन कंपनियों को बाहर करके वोकेशनल टीचर्स को शिक्षा विभाग के अंदर विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के माध्यम से रखा जाएगा.
जिसके बाद वोकेशनल टीचर्स ने अपना धरना समाप्त किया था लेकिन अबतक सरकार ने और ना विभाग ने इस बारे में कोई कदम उठाया है. उन्होंने बताया कि इन कंपनियों का चार साल का कांट्रैक्ट अगस्त 2020 को समाप्त हो रहा है. इसलिए सरकार को अपनी बात का ध्यान रखना चाहिए और वोकेशनल टीचर्स को शिक्षा विभाग के माध्यम से रख लेना चाहिए.