नई दिल्ली/नूंह: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 11वीं और 12वीं के छात्र सर्दी की छुट्टी में मरीजों की सेवा करने और खुद को स्वस्थ रखने के गुर सीख रहे हैं. अल आफिया सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा में इन दिनों स्कूली बच्चे 15 दिवसीय कैंप में ये हुनर सीख रहे हैं. अध्यापक भी बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी में पूरी मदद करते दिख रहे हैं.
प्रशिक्षण शिविर में छात्रों के हौसला अफजाई के लिए उनके अध्यापक और अध्यापिका भी साथ रहते हैं. शिक्षा विभाग अलग-अलग क्षेत्रों में बच्चों को हुनर मंद बनाने के लिए अलग-अलग तरीके इजाद कर रहा है. इसी के अंतरगत इन छात्रों को अस्पताल में लाकर अस्पताल में होने वाले कार्यों की जानकारी दी गई.
बच्चे सीख रहे भविष्य में डॉक्टर बनने के गुर
सकरस गांव के छात्र-छात्राएं 15 दिवसीय कैंप में रहकर पेसेंट केयर असिस्टेंट के गुर सीख रहे हैं. इस बारे में बताते हुए छात्र मोहम्मद अंसार बताते हैं कि उन्होंने सर्दीयों का भरपूर इस्तेमाल किया है. वे भविष्य में डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि मरीजों की देखभाल कैसे की जाती है, उन्होंने काफी कुछ इस कैंप में सीखा है. अंसार ने बताया कि बेड, दरवाजे इत्यादी चीजों में हाथ लगाने से संक्रमण हो जाता है, लिहाजा हाथ तुरंत धोने चाहिए. इसके आलावा अलग-अलग वार्डों में जाकर उन्होंने हर मरीज की देखभाल का तरीका, इंजेक्शन, ग्लूकोज इत्यादि लगाने के बारे में सीखा है.
वहीं इस बारे में अध्यापिका सुमित्रा बताती हैं कि ये बच्चे पीसी सबजेक्ट से हैं. स्कूल में प्रोजेक्ट आया था जिसके कारण वे इन्हें लेकर अस्पताल में आई हैं.