ETV Bharat / city

महामारी के बीच मुनाफाखोरी: रेट तय करने से नाराज निजी एंबुलेंस संचालकों का हड़ताल - हरियाणा सरकार निजी एंबुलेंस रेट तय

एक तरफ कोरना संक्रमण की वजह से मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. तो दूसरी तरफ संकट की इस घड़ी में निजी एंबुलेंस संचालक हड़ताल पर चले गए हैं.

Private ambulance operators strike Gurugram
महामारी के बीच मुनाफाखोरी
author img

By

Published : May 6, 2021, 3:31 PM IST

नई दिल्ली/ गुरुग्राम: कोरोना महामारी की वजह से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में निजी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर और ज्यादा बुरा असर पड़ रहा है. गुरुग्राम में निजी एंबुलेंस चालक 3 दिन से हड़ताल पर हैं. जिसकी वजह से गुरुग्राम में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

गुरुग्राम में 31 से ज्यादा निजी एंबुलेंस संचालकों ने अपनी 150 से ज्यादा एंबुलेंस नहीं चलाकर हड़ताल की है. जिसकी वजह से मरीजों को अस्पताल और शवों को श्मशानघाट तक ले जाने में काफी परेशानी हो रही है.

ये भी पढ़ें : जानें टीकाकरण से जुड़ी जानकारी, दिल्ली के किन जिलों में कितने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

दरअसल गुरुग्राम में मरीज को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर ले जाने के लिए गुरुग्राम में 31 एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइडर की 150 से ज्यादा एंबुलेंस चल रही हैं. सरकार ने इनके लिए सोमवार को रेट तय कर दिए. जिसके विरोध में सभी निजी एंबुलेंस चालक हड़ताल पर हैं और अपनी एंबुलेंस नहीं चला रहे हैं, हालांकि सरकारी एंबुलेंस सुचारू रूप से चल रही हैं.

ये भी पढ़ें: ऑक्सीजन संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, केंद्र ने सौंपी रिपोर्ट

दरअसल निजी एंबुलेंस चालक मरीज के परिजनों से मनमाने रेट वसूल रहे थे. जिसके चलते सरकार ने किलोमीटर के हिसाब से रेट तय किए हैं. जिसके विरोध में निजी एंबुलेंस संचालक हड़ताल पर हैं और उनका कहना है कि जब तक रेट में बदलाव नहीं किया जाएगा. वो अपनी एंबुलेंस नहीं चलाएंगे. सरकार और एंबुलेंस चालकों के बीच चल रहे मतभेद के चलते आम जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

क्या हैं सरकार के आदेश?

सरकार के नियम अनुसार एंबुलेंस संचालक बेसिक लाइफ सपोर्ट के लिए 7 रुपए प्रति किलोमीटर जबकि एंबुलेंस लाइफ सपोर्ट (वेटिंलेंटर) के लिए 15 रुपए प्रति किलोमीटर ही ले सकेगा. इससे ज्यादा वसूलने वाले के खिलाफ एफआईआर, पचास हजार का जुर्माना, एंबुलेंस जब्त की जाएगी.

नई दिल्ली/ गुरुग्राम: कोरोना महामारी की वजह से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में निजी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर और ज्यादा बुरा असर पड़ रहा है. गुरुग्राम में निजी एंबुलेंस चालक 3 दिन से हड़ताल पर हैं. जिसकी वजह से गुरुग्राम में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

गुरुग्राम में 31 से ज्यादा निजी एंबुलेंस संचालकों ने अपनी 150 से ज्यादा एंबुलेंस नहीं चलाकर हड़ताल की है. जिसकी वजह से मरीजों को अस्पताल और शवों को श्मशानघाट तक ले जाने में काफी परेशानी हो रही है.

ये भी पढ़ें : जानें टीकाकरण से जुड़ी जानकारी, दिल्ली के किन जिलों में कितने लोगों को लग चुकी है वैक्सीन

दरअसल गुरुग्राम में मरीज को घर से अस्पताल और अस्पताल से घर ले जाने के लिए गुरुग्राम में 31 एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइडर की 150 से ज्यादा एंबुलेंस चल रही हैं. सरकार ने इनके लिए सोमवार को रेट तय कर दिए. जिसके विरोध में सभी निजी एंबुलेंस चालक हड़ताल पर हैं और अपनी एंबुलेंस नहीं चला रहे हैं, हालांकि सरकारी एंबुलेंस सुचारू रूप से चल रही हैं.

ये भी पढ़ें: ऑक्सीजन संकट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, केंद्र ने सौंपी रिपोर्ट

दरअसल निजी एंबुलेंस चालक मरीज के परिजनों से मनमाने रेट वसूल रहे थे. जिसके चलते सरकार ने किलोमीटर के हिसाब से रेट तय किए हैं. जिसके विरोध में निजी एंबुलेंस संचालक हड़ताल पर हैं और उनका कहना है कि जब तक रेट में बदलाव नहीं किया जाएगा. वो अपनी एंबुलेंस नहीं चलाएंगे. सरकार और एंबुलेंस चालकों के बीच चल रहे मतभेद के चलते आम जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

क्या हैं सरकार के आदेश?

सरकार के नियम अनुसार एंबुलेंस संचालक बेसिक लाइफ सपोर्ट के लिए 7 रुपए प्रति किलोमीटर जबकि एंबुलेंस लाइफ सपोर्ट (वेटिंलेंटर) के लिए 15 रुपए प्रति किलोमीटर ही ले सकेगा. इससे ज्यादा वसूलने वाले के खिलाफ एफआईआर, पचास हजार का जुर्माना, एंबुलेंस जब्त की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.