नई दिल्ली/गुरुग्राम: लॉकडाउन के दौरान साइबर सिटी गुरुग्राम की स्वच्छ हुई हवा अब फिर से प्रदूषित हो गई है. धूल भरी हवा चलने और सड़कों पर वाहनों का दबाव फिर से बढ़ने से हवा में प्रदूषण बढ़ गया है. गुरुग्राम में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चार जगहों पर लगे प्रदूषण मापक यंत्रों से लिए गए आंकड़ों के मुताबिक हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं है.
पिछले कई दिनों से हवा ज्यादा प्रदूषित हुई है. इससे पहले लॉकडाउन के दौरान प्रदूषण का स्तर 50 पीएम 2.5 से भी नीचे दर्ज किया जा रहा था, जो कई सालों के बाद रिकॉर्ड था. बता दें कि गुरुग्राम में एक बार फिर से प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ ही हवा में जहर घोलना शुरू हो गया है. लॉकडाउन के दौरान 23 मार्च से लेकर 15 मई तक प्रदूषण का स्तर नियंत्रण में था, लेकिन अब अनलॉक होने के बाद वातावरण में प्रदूषण तेजी से बढ़ा है.
इसके बाद गुरुग्राम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 130 तक पहुंच गया है. बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 50 तक एयर क्वालिटी इंडेक्स को अच्छा माना जाता है. 101 से 200 तक इंडेक्स खराब माना जाता है, जबकि 201 से 300 तक ये है अनहेल्थी होता है और 301 से 400 तक एक काफी खराब माना चाहता है और 401 से 500 तक यह खतरनाक होता है.
101 से 200 यानी खराब क्वालिटी इंडेक्स में सांस की तकलीफ के लोगों को दिक्कत रहती है, जबकि 201 से 300 तक में छोटे बच्चों व बुजुर्गो को परेशानी आ सकती है. गौरतलब है कि गुरुग्राम में अक्टूबर महीने में एयर क्वालिटी इंडेक्स 350 से अधिक होता है. हालांकि, इस साल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के दावे भी कर रहा है. इस साल गुरुग्राम के लोगों को कोरोना के साथ-साथ प्रदूषण जैसी समस्या की दोहरी मार भी झेलनी पड़ सकती है.