नई दिल्ली/नूंह: 26 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस को लेकर जिले में नशा मुक्ति सप्ताह मनाया जा रहा है. जिसकी देखरेख एसपी नरेंद्र सिंह बिजारनियां कर रहे हैं. इस संबंध में जिला पुलिस के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वो अपने-अपने थाना क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से आमजन को नशा नहीं करने के बारे में जागरूक करें.
नशा मुक्ति सप्ताह के दौरान पुलिस सामाजिक संगठनों के माध्यम से बस स्टैंड, टैक्सी स्टैंड और सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को नशे से दूर रखने और नशा से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी जाएगी. पुलिस अधीक्षक नूंह की तरफ से सभी उप पुलिस अधीक्षक, प्रबंधक थाना, चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि आगामी 26 जून को विश्व नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाजा जाए और आमजन खासकर युवा पीढ़ी को नशे से होने वाले शारीरिक और वित्तीय दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से समझाया जाए.
औषधियों का प्रयोग चिकित्सक के परामर्श से किया जाए
एसपी नूंह ने कहा कि नशा सभी प्रकार के अपराधों की जड़ है. आज के युवा अपने जीवन में कामयाब होना चाहते हैं ,तो उन्हें नशे से दूर रहना होगा. नशा करने वाला व्यक्ति ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार पतन की ओर बढ़ता चला जाता है. नशा एक ऐसी लत है, जैसे छोड़ना मुश्किल तो है, लेकिन नामुमकिन नहीं. यदि आम नागरिक इसके प्रति जागरूक होगा तो नशे की दलदल से बाहर निकला जा सकता है. देश को केवल कानून के द्वारा नशा मुक्त नहीं किया जा सकता.
एसपी ने कहा कि जीवन रक्षक औषधियों के रूप में प्रयोग होने वाली औषधियों का प्रयोग केवल चिकित्सक के परामर्श से ही किया जाए. पुलिस कप्तान ने कहा कि आज के युग में अभिभावकों का कर्तव्य है कि वह अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने के साथ-साथ उनकी दैनिक गतिविधियों पर भी ध्यान रखें. उन्होंने कहा कि आम नागरिकों का यह नैतिक कर्तव्य है कि वह अपने आसपास नशे के कारोबार में लगे लोगों पर नजर रखें. कानून चाहे कितना भी सख्त क्यों ना हो आम जनता के सहयोग के बिना किसी काम का नहीं.