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नूंह: आर्थिक संकट को देखते हुए छोटे उद्योगों को खोलने की दी अनुमति

लॉकडाउन में आर्थिक संकट को दूर करने के लिए नूंह प्रशासन के पास करीब 47 उद्योगपतियों ने उद्योग चलाने की अनुमति के लिए आवेदन किया था. डीसी ने 30 छोटे बड़े उद्योगों को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है.

permission granted to small industries in nuh to start work
नूंह छोटी फैक्ट्री को मिली अनुमित नूंह फैक्ट्री में काम शुरू
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Published : May 1, 2020, 4:00 PM IST

नई दिल्ली/नूंह: कोरोना वायरस के चलते देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है. हरियाणा के नूंह जिले की आर्थिक स्थिति सबसे कमजोर है. लॉकडाउन की वजह से जो लोग उद्योग धंधों में काम कर रहे थे, उनको भी रोजगार जाने की चिंता सता रही थी. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में आवेदन करने वाले कुछ उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की मंजूरी दी है.

डीसी पंकज कुमार ने कहा कि जिले में कोई ज्यादा उद्योग धंधे नहीं है, लेकिन जो है उनको कुछ छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि करीब 47 उद्योगपतियों ने उनके पास उद्योग चलाने की अनुमति के लिए आवेदन किया था. डीसी ने 30 छोटे बड़े उद्योगों को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है.

उन्होंने बताया कि रोजका मेव में औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी इकाई को चलाने की इजाजत इसलिए नहीं दी गई है. यहां के एक उद्योग दत्त मेडी प्राइवेट लिमिटेड में कोरोना के पांच पॉजिटिव के सामने आए थे. डीसी पंकज ने कहा कि श्रमिकों के घर लौट जाने की वजह से उद्योग धंधे को चलाने में दिक्कत आ रही है, लेकिन मनरेगा की लेबर को प्रशिक्षण देने के बारे में विचार किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि जिन उद्योगों को चलाने की अनुमति दी गई है, उनमें 10- 15 लोग काम करते हैं. जिले में करीब 1500 श्रमिक हैं, जिनकी मदद से उद्योग चलते हैं. हालांकि अभी पूरी तरह लेबर का इंतजाम लॉकडाउन की वजह से नहीं हो सकता है. ऐसे में 40- 50 प्रतिशत लेबर के साथ ही काम करना होगा.

डीसी ने कहा कि जिले में चल रही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी परियोजनाओं के अलावा जिला जेल भवन निर्माण तथा रेलवे फ्रेट कॉरिडोर जैसी बड़ी योजनाओं को भी शुरू करने की इजाजत दे दी गई है. इसके अलावा वेयरहाउस निर्माण इत्यादि स्थानों को परमिशन दी गई है. कुल मिलाकर लॉकडाउन से हुए नुकसान को देखते हुए इससे उबरने की तैयारी अब होने लगी है. हरियाणा में कुछ उद्योग धंधों के अलावा कुछ दुकानदारों को कुछ शर्तों के साथ इजाजत दी गई है, धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे तो बाजार में वही रौनक लौट सकती है.

नई दिल्ली/नूंह: कोरोना वायरस के चलते देश आर्थिक संकट से गुजर रहा है. हरियाणा के नूंह जिले की आर्थिक स्थिति सबसे कमजोर है. लॉकडाउन की वजह से जो लोग उद्योग धंधों में काम कर रहे थे, उनको भी रोजगार जाने की चिंता सता रही थी. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने जिले में आवेदन करने वाले कुछ उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ खोलने की मंजूरी दी है.

डीसी पंकज कुमार ने कहा कि जिले में कोई ज्यादा उद्योग धंधे नहीं है, लेकिन जो है उनको कुछ छूट दी गई है. उन्होंने बताया कि करीब 47 उद्योगपतियों ने उनके पास उद्योग चलाने की अनुमति के लिए आवेदन किया था. डीसी ने 30 छोटे बड़े उद्योगों को चलाने की अनुमति प्रदान कर दी है.

उन्होंने बताया कि रोजका मेव में औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी इकाई को चलाने की इजाजत इसलिए नहीं दी गई है. यहां के एक उद्योग दत्त मेडी प्राइवेट लिमिटेड में कोरोना के पांच पॉजिटिव के सामने आए थे. डीसी पंकज ने कहा कि श्रमिकों के घर लौट जाने की वजह से उद्योग धंधे को चलाने में दिक्कत आ रही है, लेकिन मनरेगा की लेबर को प्रशिक्षण देने के बारे में विचार किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि जिन उद्योगों को चलाने की अनुमति दी गई है, उनमें 10- 15 लोग काम करते हैं. जिले में करीब 1500 श्रमिक हैं, जिनकी मदद से उद्योग चलते हैं. हालांकि अभी पूरी तरह लेबर का इंतजाम लॉकडाउन की वजह से नहीं हो सकता है. ऐसे में 40- 50 प्रतिशत लेबर के साथ ही काम करना होगा.

डीसी ने कहा कि जिले में चल रही दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे जैसी बड़ी परियोजनाओं के अलावा जिला जेल भवन निर्माण तथा रेलवे फ्रेट कॉरिडोर जैसी बड़ी योजनाओं को भी शुरू करने की इजाजत दे दी गई है. इसके अलावा वेयरहाउस निर्माण इत्यादि स्थानों को परमिशन दी गई है. कुल मिलाकर लॉकडाउन से हुए नुकसान को देखते हुए इससे उबरने की तैयारी अब होने लगी है. हरियाणा में कुछ उद्योग धंधों के अलावा कुछ दुकानदारों को कुछ शर्तों के साथ इजाजत दी गई है, धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे तो बाजार में वही रौनक लौट सकती है.

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