नई दिल्ली/गुरुग्राम: सोहना के नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों को अस्पताल से सभी दवाइयां नहीं मिल पा रही हैं. जिससे मरीज निजी मेडिकल स्टोरों से दवाइयां खरीद कर लूटने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
वैसे तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिक अस्पतालों में आने वाले मरीजों के लिए मुफ्त इलाज देने की बात कही जाती है, लेकिन जमीनी हकीकत सोहना के नागरिक अस्पताल में देखी जा सकती है. जहां घंटो तक लाइन में लगने के बाद अस्पताल में दवाई नहीं होने की बात कहकर लोगों को निजी मेडिकल स्टोरों से दवाई खरीदने के लिए बोल दिया जाता है.
अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों ने बताया कि अस्पताल में मामूली बुखार तक की दवा भी उपलब्ध नहीं है. बुखार की एक दवा तो मिल जाती है, लेकिन एक दवा को अस्पताल से बाहर लेने की बात कही जाती है.
बता दें कि, सोहना के नागरिक अस्पताल में करीब 40 गावों के लोग अपना उपचार कराने के लिए आते है. जहां पर पहले तो मरीजो को घंटो तक लाइन में खड़े होकर डॉक्टर के पास पहुंचने के लिए इंतजार करना पड़ता है. जिसके बाद दवाई लेने के लिए लाइन में लगना पड़ता है.
वही दवाई देने वाले फार्मेसिस्ट द्वारा मरीजों को आधी-अधूरी दवाई देने के बाद बाकी दवाइयां निजी मेडिकल स्टोर से खरीदने के लिए सलाह देकर वहां से हटा दिया जाता है. जिसके चलते मरीज निजी हस्पतालों से अपनी बीमारी की दवाइयां खरीद कर लूटने के लिए मजबूर हो रहे है.
इस विषय को लेकर जब हमने फार्मेसिस्ट से बात करनी चाही तो उन्होंने कैमरे के सामने बोलने से मना करते हुए बताया कि कुछ दवाइयां अस्पताल में मौजूद नहीं है. जिनके मंगवाने के लिए हमने उच्च अधिकारियों को भेजा हुआ है. जल्द ही दवाइयां आ जायेगी.