नई दिल्ली/नूंह: रमजान के आखिरी जुम्मे को लेकर बड़ा मदरसा संचालक मुफ्ती जाहिद हुसैन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से लॉकडाउन के नियम का पालन करते हुए नमाज पढ़ने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए जिस तरह से तीन जुम्मे की नमाज अदा की गई है. उसी प्रकार शुक्रवार को अलविदा जुम्मे की नमाज भी पढ़ना है. उन्होंने बताया कि यह पवित्र रमजान महीने का अंतिम जुम्मा होता है और कुछ दिन बाद रमजान का पवित्र महीना चांद नजर आते ही समाप्त हो जाता है.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर जो दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्हीं दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए हमें अलविदा जुम्मा और ईद उल फितर की नमाज पढ़नी है. मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि यह महामारी सिर्फ एक प्रदेश और देश में नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में फैली है. इस बीमारी को सोशल डिस्टेंसिंग से ही हराया जा सकता है. लिहाजा किसी को भी इकठ्ठे होकर नमाज नहीं पढ़नी है.
मुफ्ती जाहिद हुसैन ने कहा कि जिन स्थानों पर जुम्मे की नमाज पढ़ी जाती है. उन्हीं स्थानों पर अलविदा जुम्मा और ईद उल फितर की नमाज पढ़ी जाएगी. बड़ा मदरसा संचालक मुफ्ती हुसैन ने कहा कि लोग घरों से निकलने से पहले मास्क का इस्तेमाल करें.
बड़ा मदरसा संचालक मुफ्ती हुसैन ने कहा कि लोग जुम्मे की नमाज में इबादत और दुआ करें कि इस महामारी से जल्द से जल्द लोगों को छुटकारा मिले. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पूरे रमजान के महीने में प्रशासन का सहयोग किया गया है. उसी तरह से अलविदा जुम्मा और ईद उल फितर की नमाज की अदा करनी है.