नई दिल्ली/नूंह: यूपी के हाथरस में दलित लड़की के साथ की गई दरिंदगी के खिलाफ दलित समाज के लोगों लघु सचिवालय पीएम नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा. दलित नेता समय सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद किसी भी हिंदू संगठन का कोई बयान सामने नहीं आया है. क्या दलित सामज के लोग हिंदू समाज में नहीं आते हैं.
इसके अलावा कई दलित संगठनों से जुड़े नेताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि हैदराबाद में डॉक्टर के साथ रेप के आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया गया था. वहीं अन्य मामलों में दरिंदों को फांसी दे दी जाती है. लेकिन उत्तर प्रदेश के हाथरस में अभी तक ऐसा नहीं किया गया है.
बताया जा रहा है कि 14 सितंबर को 19 साल की दलित युवती के गांव के रहने वाले चार दबंग युवकों ने गैंगरेप किया था. पीड़ित लड़की अपने बड़े भाई और मां के साथ जंगल में घास काटने गई थी. बड़ा भाई घास की गठरी लेकर चला गया. मां कुछ दूर आगे घास काट रही थी. बेटी मां से थोड़ा पीछे काम कर रही थी. इसी दौरान चार लड़के पीछे से आए और लड़की का मुंह दबा दिया फिर उसे खींचते हुए खेत में लेकर गए और हैवानियत की.
बताया जा रहा है कि पीड़ित लड़की बाजरे के खेत में बेहोश मिली थी. गैंगरेप के बाद उसकी जीभ भी काट दी गई थी ताकि वो किसी को कुछ बता न पाए. साथ ही उसकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी गई थी. ताकि वो चलकर अपने घर तक न जा पाए. गंभीर हालत में लड़की को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जहां हालत बिगड़ने पर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया था. जहां बीती रात उसकी मौत हो गई.