नई दिल्ली/नूंह: एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि उनको कैशलेस मेडिकल योजना का लाभ और ईएसआई सुविधा का लाभ अभी तक नहीं मिला है. सीएम खट्टर से मांग की है कि रिवाइज की जा रही पॉलिसी में एनएचएम कर्मचारियों को ये लाभ दिया जाए.
कुल 13500 कर्मचारी हैं
एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष रिहान रजा ने बताया कि प्रदेशभर में 13500 कर्मचारी हैं. जो डॉक्टरों के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए जी जान से लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक एनएचएम कर्मचारियों को ओपीडी खर्च के लिए प्रतिमाह 1000 रुपये स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए जा रहे थे.
रिहान रजा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों से सुझाव मांगे थे. जिसके चलते उन्होंने प्रदेश सरकार को ये सुझाव देते हुए आग्रह किया है कि एनएचएम कर्मचारियों को आयुष्मान भारत हरियाणा हेल्थ प्रोटेक्शन अभियान के तहत शामिल किया जाए.
उन्होंने बताया कि अभी तक कर्मचारी कैशलेस और ईएसआई दोनों की सुविधाओं से महरूम थे. उन्होंने बताया कि एनएचएम कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह सरकार ने मानने का निर्णय लिया है. जिसके चलते एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस सुविधा का लाभ मिलना चाहिए. रजा ने बताया कि उन्हें यकीन ही नहीं बल्कि पूरा भरोसा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल एनएचएम कर्मचारियों की इन मांगों को अवश्य पूरा करेंगे.
बता दें कि एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा ने कोरोना महामारी के दौरान बढ़े हुए वेतन को लेने से इनकार किया था. जिसकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी जमकर प्रशंसा की थी. इसके अलावा एनएचएम कर्मचारियों ने ना केवल गरीब बेसहारा लोगों की कोरोना काल में मदद की बल्कि रक्त दान भी किया. बताया जा रहा है कि कोरोना काल के दौरान एनएचएम कर्मचारियों ने प्रदेश भर में तकरीबन दो हजार यूनिट के करीब रक्तदान किया था.