नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने हरियाणा के मुख्य सचिव से गुरूग्राम के बंधवाड़ी लैंडफिल साईट से कचरे के रिसाव को रोकने के लिए उठाए गए कदम की रिपोर्ट तलब की है. NGT ने पूछा है कि कचरे का रिसाव रोकने में नाकामयाब अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई.
एनजीटी चेयरपर्सन जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली बेंच ने मुख्य सचिव से पूछा है कि कचरे का रिसाव रोकने में असफल अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई. मामले में अगली सुनवाई 27 मई को होगी.
एनजीटी ने कहा कि गुड़गांव नगर निगम की ये घोर लापरवाही है कि वो सॉलिड वेस्ट को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारित करने में असफल रहा, जिस ठेकेदार को ये काम दिया गया उसने काम नहीं किया उसके बावजूद वो काम करने दिया जा रहा है. इसका नतीजा ये हुआ कि लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा.
एनजीटी ने ये आदेश एक कमेटी की रिपोर्ट पर दिया जिसमें कहा गया है लैंडफिल साईट के कचरे को जलाया जा रहा है जिससे वायु प्रदूषण की समस्या पैदा हो रही है. वहां धूल भरी सड़कों पर ट्रकों की आवाजाही से प्रदूषण में इजाफा होता है. एनजीटी ने कहा कि ऐसे बदतर हालत को देखते हुए आपात तरीके अपनाए जाने चाहिए.