नई दिल्ली/गुरुग्राम: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण ना केवल इन इलाकों में रहने वाले लोगों की सांसो पर भारी पड़ रहा है, बल्कि इसकी वजह से विकास कार्यों पर भी ग्रहण लग गया है. दिल्ली समेत हरियाणा में पिछले एक महीने में बढ़े प्रदूषण की वजह से चल रहे विकास कार्य बिल्कुल थम गए हैं, जिसकी वजह से लोगों को अच्छी सुविधा पाने के लिए और इंतजार करना पड़ेगा.
प्रदूषण के चलते कंस्ट्रक्शन पर रोक
हरियाणा की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले साइबर सिटी गुरुग्राम में इस वक्त कई अंडरपास और फ्लाइओवर का काम प्रदूषण की वजह से अटक गया है. निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल भी प्रदूषण को बढ़ाने में मदद करती है, इसीलिए 30 सितंबर से एनजीटी ने दिल्ली एनसीआर में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है.
गुरुग्राम में थमी विकास की रफ्तार
जिन विकास कार्यों को तय समय में पूरा होना था, उनको अब पूरा होने में और समय लग सकता है. जैसे कि दिल्ली गुरुग्राम बॉर्डर पर बनने वाला अंडरपास, उघोग विहार में हाइवे पर बन रहा यू-टर्न, सोहना रोड़ पर बन रहा एलिवेटेड फ्लाइओवर काम बिल्कुल रुका हुआ है, जिसकी वजह से कई रुट डायवर्ट किए हुए हैं. जिनसे रोजाना सफर करने वालों की दिक्कतें बढ रही हैं.
निर्माण कार्यों पर लगी रोक ने इनको और बढ़ा दिया है. NHAI का मानना है कि एक महीने काम रुकने की वजह से मजदूर भी खाली हो गए हैं. जिनमें से अधिकतर अपने गांव चले गए हैं और उनको वापस लाना भी चुनौतीपूर्ण है. निर्माण कार्यों पर एनजीटी के अगले आदेशों तक रोक लगा दी है. तकरीबन एक महीने से काम पहले से ही रुके हुए हैं. ऐसे में अगर इन कार्यों को जल्द शुरु नहीं किया तो इनकी लागत भी बढ़ सकती है. जिनका बोझ जनता की जेब पर ही पड़ेगा.